The Chopal

पटरी पार की कॉलोनियों को नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजल, बोरिंग के पानी से प्यास बुझा रहे लोग, होने लगी दर्द की शिकायत

Kota Rajasthan :पटरी पार क्षेत्र में बसावट हुए 30 साल हो गए, लेकिन अब तक क्षेत्र की दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन नहीं बिछ पाई है। लोग हैंडपंप और बोरिंग का पानी पीने को मजबूर हैं। जिसमें फ्लोराइड के कारण लोगों को हाथ-पैरों में दर्द और थकान के साथ बाल झड़ने की समस्या भी हो रही है।
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पटरी पार की कॉलोनियों को नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजल, बोरिंग के पानी से प्यास बुझा रहे लोग, होने लगी दर्द की शिकायत

The Chopal, Kota Rajasthan : पटरी पार क्षेत्र में बसावट हुए 30 साल हो गए, लेकिन अब तक क्षेत्र की दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन नहीं बिछ पाई है। लोग हैंडपंप और बोरिंग का पानी पीने को मजबूर हैं। जिसमें फ्लोराइड के कारण लोगों को हाथ-पैरों में दर्द और थकान के साथ बाल झड़ने की समस्या भी हो रही है। क्षेत्र में नगर निगम के वार्ड क्रमांक 43 में करीब 35 हजार और अन्य वार्डों में करीब 25 हजार लोगों की आबादी है।  

इस बड़े क्षेत्र में पूनम कॉलोनी छोटा सोगरिया, नई बस्ती, सोगरिया, गणपति नगर, मधुबन कॉलोनी, दुर्गानगर प्रथम, हंड्रेड, सुपर, दुर्गानगर एक्सटेंशन, प्रताप टाउनशिप, श्रीविहार वैभव एस्टेट, वैशाली नगर एक्सटेंशन, सिद्धि विनायक एक्सटेंशन एक से तीन, एक्सटेंशन, सुखधाम, चंद्रविला, श्रीनाथ रेजीडेंसी, अभिषेक एक्सटेंशन, अर्पण विहार, स्वराज नगर, इंदिरा गांधी नगर, श्री कृष्णा रेजीडेंसी, अक्षत विला, गिरिराज धाम, आनंद विहार, ज्ञान विहार, गुरु गोविंद विहार, गुरु कृपा कॉलोनी शामिल हैं। इस क्षेत्र की सबसे पुरानी बस्ती पूनम कॉलोनी है जो 35 साल से आबाद है। पहले यह कॉलोनी पंचायत समिति के अंतर्गत आती थी लेकिन सालों से यह नगर निगम क्षेत्र में आ गई है।

लोगों ने हैंडपंप बोरिंग शुरू कर दी

पटरी पार क्षेत्र की इन कॉलोनियों में पहले लोगों ने अपने घरों में हैंडपंप लगवा रखे थे। हैंडपंप लगवाने के लिए 35 फीट तक खुदाई करनी पड़ती थी लेकिन अब हैंडपंप पानी की जगह हवा निकालते हैं। पानी नहीं है।  भू-जल स्तर नीचे चला गया है। बोरिंग के लिए 150 फीट से अधिक की खुदाई करनी पड़ती है। इसमें पैसा भी अधिक लगता है। रेलवे स्टेशन क्षेत्र की दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों में 30 साल से पानी की पाइप लाइन नहीं बिछी है।

पार्षद प्रतिनिधियों ने बताई समस्या 

डीसीएम, प्रेमनगर, कंसुआ सहित अन्य क्षेत्रों में पेयजल की समस्या को लेकर क्षेत्रीय पार्षद सपना बर्ट, महेंद्र वर्मा, नरेंद्र मेघवाल, मंजू अग्रवाल, अनिल वर्मा ने जलदाय विभाग के एक्सईएन बी.बी. मिगलानी से मुलाकात कर क्षेत्र में पेयजल की समस्या से अवगत कराया। पार्षदों ने कहा कि क्षेत्र में 700 एमएम की नई पानी की लाइन बिछाई जाए। क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए फिल्टर प्लांट बनाया जाए। पार्षदों के साथ गोलू तिवारी, मनीष पारेता सहित अन्य लोग भी मौजूद थे। पूनम कॉलोनी के लोग पानी जैसी मूलभूत सुविधा से भी वंचित हैं। हैंडपंप व बोरिंग के पानी में फ्लोराइड अधिक है। जिससे कई बीमारियां होती हैं। घुटनों में दर्द होता है। बाल झड़ने की समस्या होती है। त्वचा संबंधी रोग होते हैं।  

प्रदर्शन किया, ज्ञापन दिया, फिर भी सुनवाई नहीं। पटरी पार की कॉलोनियों में पेयजल पाइप लाइन बिछाने की मांग को लेकर जलदाय विभाग व कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। धरना दिया। लेकिन अधिकारियों ने क्षेत्र की समस्याओं की सुध लेना भी उचित नहीं समझा। पटरी पार का यह क्षेत्र पेयजल सहित अन्य सभी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।