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Composting Plant: सेक्टर-26 मंडी से प्लांट में नहीं आ रहा कचरा, प्रोसेसिंग फीस के चक्कर इधर-उधर फेंक रहे कचरा

Haryana news : एमसी ने मार्केट कमेटी के साथ एमओयू किया था। इसके अनुसार मार्केट कमेटी द्वारा एमसी को प्रति टन 960 रुपए देने तय हुए। एमसी द्वारा डड्डूमाजरा में लगाया गया स्टेट ऑफ आर्ट कंपोस्टिंग प्लांट 1 मार्च 2024 से चालू कर दिया गया। 

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Composting Plant: सेक्टर-26 मंडी से प्लांट में नहीं आ रहा कचरा, प्रोसेसिंग फीस के चक्कर इधर-उधर फेंक रहे कचरा

Chandigarh News : सेक्टर-26 सब्जी मंडी से रोजाना (15 फरवरी से 15 अप्रैल तक) 1.39 मीट्रिक टन कचरा सेक्टर- 25 के स्टेट ऑफ आर्ट कंपोस्टिंग प्लांट पर पहुंचा रहा है। जबकि पिछले साल 15 फरवरी से 15 अप्रैल के बीच रोज 28 मीट्रिक टन पहुंच रहा था। अब नगर निगम के सामने यह दिक्कत आ रही है कि आखिर सब्जी मंडी से निकलने वाला इतना कचरा मार्केट कमेटी कहां पर फेंक रही है। ऐसा करके सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 का मार्केट कमेटी वॉयलेशन कर रही है। इसके लिए एमसी की ओर से 10 लाख 12 हजार के पांच चालान किए गए हैं। इसकी भी पेमेंट मार्केट कमेटी द्वारा एमसी के पास जमा नहीं करवाई गई है। इसको लेकर निगम कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के सेक्रेटरी हरी कल्लिकट्ट को पत्र लिखा है।

* प्रति टन 960 रुपए हुआ था तय...

एमसी ने मार्केट कमेटी के साथ एमओयू किया था। इसके अनुसार मार्केट कमेटी द्वारा एमसी को प्रति टन 960 रुपए देने तय हुए। एमसी द्वारा डड्डूमाजरा में लगाया गया स्टेट ऑफ आर्ट कंपोस्टिंग प्लांट 1 मार्च 2024 से चालू कर दिया गया। इसके बाद से मार्केट कमेटी से सब्जी मंडी का आने वाला गीला कचरा ही 1.39 टन प्रतिदिन हो गया, जबकि पहले तक रोजाना 28 टन कचरा डंपिंग ग्राउंड पर पहुंच रहा था। प्रोसेसिंग चार्जेज बचाने के लिए ही कचरा सब्जी मंडी में डंप करवाना शुरू कर दिया है या फिर शहर में इधर-उधर ठिकाने लगाया जा रहा है।