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UP में यहां बनाया जाएगा डिफेंस कॉरिडोर, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी, किसान बने मालामाल

UP News : विकास के मामले में देश में सर्वश्रेष्ठ बनकर उत्तर प्रदेश पिछले कई सालों से उभरा है। प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी से लेकर रेल कनेक्टिविटी, टाउनशिप परियोजना के साथ साथ अन्य विकास परियोजनाओं पर सरकार लगातार कार्य करवा रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के लिए दोनों गांव के निजी किसानों की 81.0303 हेक्टेयर जमीन का अधिकरण किया जा रहा है। 

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UP में यहां बनाया जाएगा डिफेंस कॉरिडोर, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी, किसान बने मालामाल

Uttar Pradseh News : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में डिफेंस कॉरिडोर योजना के कार्य ने तेजी पकड़ ली है। उत्तर प्रदेश में इस परियोजना के लिए समझौते के आधार पर किसानों से जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। शासन की तरफ से एक दिन में 20 करोड़ की में 200 बीघा जमीन का बैनामा करवाया है। किसानों को जमीन अधिग्रहण के बदले मुआवजा दिया जा रहा है। 

जमीन अधिग्रहण चल रहा हैं 

जमीन अधिग्रहण का कार्य जीटी रोड पर तहसील कॉल के गांव जुलूपुर सिंहौर व जसरथपुर में चल रहा है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जाना है। इस डिफेंस कॉरिडोर के लिए दोनों गांवों की 81.0303 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जानी है। प्रशासन की तरफ से किसानों से समझौते के आधार पर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके अलावा 6.8577 हेक्टेयर जमीन ग्राम समाज से खरीद कर 87.8880 भारतीय जमीन का बिना मन किया गया है। 

28 किसानों से 200 बीघा जमीन का बैनाम

प्रदेश की अलीगढ़ जिले में डिफेंस कॉरिडोर परियोजना के तृतीय चरण के तहत जिला प्रशासन ने युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। प्रशासन की तरफ से एक ही दिन में 20 करोड़ की लागत से 28 किसानों से 200 बीघा जमीन का बैनाम किया गया हैं। इलाके के किसानों की किस्मत पलट रही है। किसानों को जमीन अधिग्रहण के बदले मुआवजा मिल रहा है। शान मुआवजा राशि से मालामाल हो रहे हैं।  

निजी कृषकों से 81.0303 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण

तहसील कोल के गांव जुलूपुर सिंहौर और जसरथपुर में जीटी रोड पर भूमि अधिग्रहण कार्य प्रगति पर है, एडीएम प्रशासन पंकज कुमार ने यह जानकारी दी हैं। उनका कहना था कि परियोजना के लिए दोनों गांवों में निजी कृषकों से 81.0303 हेक्टेयर भूमि मिलेगी। जबकि 87.8880 हेक्टेयर जमीन का बैनामा किया गया है, जिसमें 6.8577 हेक्टेयर ग्राम समाज की जमीन शामिल है। 

पूरा पैसा सात दिन में किसानों के खाते में 

उनका कहना था कि किसानों के बैंक खाते में पूरा पैसा सात कार्य दिवस में पहुंच रहा है। परियोजना को एक दिन में 200 बीघा जमीन का बैनामा कराया जाना अवश्य ही तेज करेगा। उन्होंने बताया कि कोषागार ने 21 हेक्टेयर जमीन के बैनामा के लिए टोकन मंजूर किए हैं। जो अगले दो दिनों में बैनामा करेंगे। इसके बाद लगभग आधी जमीन डिफेंस कॉरिडोर के लिए अधिग्रहण हो जाएगी। 

रक्षा कॉरिडोर परियोजना के लिए 20.4505 हेक्टेयर भूमि का बैनामा हो चुका है। जसरथपुर और जुलूपुर सिंहौर में 4.7568 हेक्टेयर जमीन पुनर्गठित की गई है। निजी कृषकों के पास 39.2499 हेक्टेयर भूमि शेष है, जबकि पुनर्ग्रहण के लिए 2.1009 हेक्टेयर भूमि शेष है। उन्होंने किसानों से यह अपील की है कि अगर अभी तक किसी किसान का समझौता नहीं हुआ, तो वे तहसीलदार कार्यालय में तहसील कोल में संपर्क कर समझौता पत्र भर सकते हैं। 


 

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