The Chopal

Drinking Alcohol In Car: क्या कार में बैठकर पी सकते हैं शराब, कानूनी है या गैर कानूनी

Drinking Alcohol In Car: कई लोगों का मानना होता है कि कार एक प्राइवेट प्लेस होता है. तो सवाल ये है कि फिर कार में शराब पीना गैर कानूनी है या कानूनी है.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

   Follow Us On   follow Us on
Drinking Alcohol In Car: क्या कार में बैठकर पी सकते हैं शराब, कानूनी है या गैर कानूनी

The Chopal : ये तो आप जानते हैं कि पब्लिक प्लेस में शराब पीना (Drinking Alcohol In Public Place) अपराध है. लेकिन, आपने देखा होगा कि कई लोग सिर्फ फन के लिए कार में बैठकर शराब पीते हैं. कई लोग तो ड्राइव हुए भी ऐसा करते हैं, जो तो गलत है ही. लेकिन, कई लोगों की दलील होती है कि कार उनके लिए प्राइवेट स्पेस है और वो उसमें बैठकर शराब पी सकते हैं. वहीं, कई लोगों का मानना है कि कार में बैठकर भी शराब पीना अपराध है तो आज हम इसका सही जवाब जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर कार प्राइवेट प्लेस है या पब्लिक प्लेस साथ ही कार में बैठकर शराब पीना गैरकानूनी है या नहीं.

कार में शराब पीना शराब गैर कानूनी है या नहीं. इसके बारे में जानने से पहले आपको ये जानना जरूरी है कि आखिर कार पब्लिक प्लेस है या प्राइवेट स्पेस. इसके बाद ही आप समझ पाएंगे कि कार में शराब पीना किस कैटेगरी में आता है.

कार पब्लिक प्लेस है या प्राइवेट प्लेस?

कार को पब्लिक या प्राइवेस स्पेस मानना एक चर्चा का विषय है और यहां तक कि कोर्ट ने भी कार को पब्लिक और प्राइवेट प्लेस दोनों माना है. दरअसल, यह उस वक्त की स्थिति और केस पर निर्भर करता है कि उस वक्त कार को किस स्पेस के तौर पर गिना जाए. वैसे तो सामान्य तौर पर यह माना जाता है कि अगर कार आपके घर से निकलकर रोड़ पर चल रही है या खड़ी है या फिर किसी भी सार्वजनिक स्थल पर है तो इस पब्लिक स्पेस में माना जाएगा और कार में भी वो सभी काम नहीं किए जा सकते, जो पब्लिक प्लेस में बैन हैं.

दिल्ली हाईकोर्ट के वकील प्रेम जोशी बताते हैं, ‘हाल ही में कार में मास्क लगाने को लेकर जब चर्चा हुई थी तो दिल्ली हाईकोर्ट ने सौरभ शर्मा बनाम दिल्ली एनसीटी केस में सड़क पर चल रही कार को पब्लिक प्लेस माना था और मास्क लगाने को अनिवार्य किया गया था. हालांकि, कार को प्राइवेट प्लेस मानना एक मिक्स्ड क्यूशन ऑफ लॉ है और यह जगह के आधार पर निर्धारित होता है कि कार पब्लिक प्लेस है या नहीं.

एडवोकेट जोशी कहते हैं, ‘दरअसल कई बार कोर्ट की ओर से कानूनों की व्याख्या से ऐसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं कि न्यायपालिका खुद ही उनका खंडन कर देती है. जहां दिल्ली हाईकोर्ट ने कार को पब्लिक प्लेस बताया था, लेकिन 2021 में बूटा सिंह बनाम स्टेट ऑफ हरियाणा केस में सुप्रीम कोर्ट ने कार को एनडीपीसीए की सेक्शन 43 को लेकर इसे प्राइवेट स्थान माना गया था.

कार में शराब पीना गैर-कानूनी?

प्रेम जोशी ने बताया कि ऐसे में कहा जा सकता है कि भारत का कानून सड़क पर चल रही या खड़ी कार को पब्लिक प्लेस ही मानता है. अगर कार सड़क किनारे पार्क भी की हुई है और उसमें कोई शराब पी रहा है तो वो गैर कानूनी है, लेकिन अगर कार किसी ड्राइववे में खड़ी है तो गैर कानूनी नहीं है. यानी अगर कार प्राइवेट स्पेस में खड़ी है तो आप उसमें शराब पी सकते हैं, जैसे आप अपने गैराज में खड़ी करके उसमें शराब पी सकते हैं.

Drinking Alcohol In Car: क्या कार में बैठकर पी सकते हैं शराब, कानूनी है या गैर कानूनी

Drinking Alcohol In Car: कई लोगों का मानना होता है कि कार एक प्राइवेट प्लेस होता है. तो सवाल ये है कि फिर कार में शराब पीना गैर कानूनी है या कानूनी है.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

The Chopal : ये तो आप जानते हैं कि पब्लिक प्लेस में शराब पीना (Drinking Alcohol In Public Place) अपराध है. लेकिन, आपने देखा होगा कि कई लोग सिर्फ फन के लिए कार में बैठकर शराब पीते हैं. कई लोग तो ड्राइव हुए भी ऐसा करते हैं, जो तो गलत है ही. लेकिन, कई लोगों की दलील होती है कि कार उनके लिए प्राइवेट स्पेस है और वो उसमें बैठकर शराब पी सकते हैं. वहीं, कई लोगों का मानना है कि कार में बैठकर भी शराब पीना अपराध है तो आज हम इसका सही जवाब जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर कार प्राइवेट प्लेस है या पब्लिक प्लेस साथ ही कार में बैठकर शराब पीना गैरकानूनी है या नहीं.

कार में शराब पीना शराब गैर कानूनी है या नहीं. इसके बारे में जानने से पहले आपको ये जानना जरूरी है कि आखिर कार पब्लिक प्लेस है या प्राइवेट स्पेस. इसके बाद ही आप समझ पाएंगे कि कार में शराब पीना किस कैटेगरी में आता है.

कार पब्लिक प्लेस है या प्राइवेट प्लेस?

कार को पब्लिक या प्राइवेस स्पेस मानना एक चर्चा का विषय है और यहां तक कि कोर्ट ने भी कार को पब्लिक और प्राइवेट प्लेस दोनों माना है. दरअसल, यह उस वक्त की स्थिति और केस पर निर्भर करता है कि उस वक्त कार को किस स्पेस के तौर पर गिना जाए. वैसे तो सामान्य तौर पर यह माना जाता है कि अगर कार आपके घर से निकलकर रोड़ पर चल रही है या खड़ी है या फिर किसी भी सार्वजनिक स्थल पर है तो इस पब्लिक स्पेस में माना जाएगा और कार में भी वो सभी काम नहीं किए जा सकते, जो पब्लिक प्लेस में बैन हैं.

दिल्ली हाईकोर्ट के वकील प्रेम जोशी बताते हैं, ‘हाल ही में कार में मास्क लगाने को लेकर जब चर्चा हुई थी तो दिल्ली हाईकोर्ट ने सौरभ शर्मा बनाम दिल्ली एनसीटी केस में सड़क पर चल रही कार को पब्लिक प्लेस माना था और मास्क लगाने को अनिवार्य किया गया था. हालांकि, कार को प्राइवेट प्लेस मानना एक मिक्स्ड क्यूशन ऑफ लॉ है और यह जगह के आधार पर निर्धारित होता है कि कार पब्लिक प्लेस है या नहीं.

एडवोकेट जोशी कहते हैं, ‘दरअसल कई बार कोर्ट की ओर से कानूनों की व्याख्या से ऐसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं कि न्यायपालिका खुद ही उनका खंडन कर देती है. जहां दिल्ली हाईकोर्ट ने कार को पब्लिक प्लेस बताया था, लेकिन 2021 में बूटा सिंह बनाम स्टेट ऑफ हरियाणा केस में सुप्रीम कोर्ट ने कार को एनडीपीसीए की सेक्शन 43 को लेकर इसे प्राइवेट स्थान माना गया था.

कार में शराब पीना गैर-कानूनी?

प्रेम जोशी ने बताया कि ऐसे में कहा जा सकता है कि भारत का कानून सड़क पर चल रही या खड़ी कार को पब्लिक प्लेस ही मानता है. अगर कार सड़क किनारे पार्क भी की हुई है और उसमें कोई शराब पी रहा है तो वो गैर कानूनी है, लेकिन अगर कार किसी ड्राइववे में खड़ी है तो गैर कानूनी नहीं है. यानी अगर कार प्राइवेट स्पेस में खड़ी है तो आप उसमें शराब पी सकते हैं, जैसे आप अपने गैराज में खड़ी करके उसमें शराब पी सकते हैं.

ये पढ़ें - UP में बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग ने उठाया यह कदम, बिजली चोरों अब नहीं कर सकेंगे चोरी