UP में बिजली बिल बकायेदारों की अब खैर नहीं, सिम कार्ड वाले मीटर को लेकर विभाग का ये बड़ा प्लान
Bijli bill - UP सरकार ने उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी और बिजली बिल बकाया की घटनाओं को कम करने के लिए एक नया कार्यक्रम बनाया है। UP बिजली विभाग अब यूपी में प्रीपेड मीटर लगाने जा रहा है। यह मीटर मोबाइल रिचार्ज करने के समान होगा। यानी पैसे डालकर बिजली प्राप्त करें। नीचे खबर में विस्तार से पढ़ें
The Chopal, UP News : उत्तर प्रदेश में बिजली बिल भुगतान नहीं करने वालों के घरों में प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। 2.75 लाख कनेक्शनधारियों पर बिजली विभाग का 600 करोड़ रुपये का बकाया था. तमाम प्रयासों के बावजूद, विभाग ने सिर्फ सौ करोड़ रुपये का भुगतान किया है। अब शहरी क्षेत्रों में प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे, ताकि बकाया नहीं बढ़े।
दस शहरी इलाकों में लगाया जाएगा
यह मीटर बिजली देगा, मोबाइल रीचार्ज की तरह। बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी जैसे ही पैसे खत्म हो जाएंगे, और री-चार्ज नहीं होगा। ऐसी संभावना है कि इससे बढ़ते बकाया पर अच्छी तरह से नियंत्रण किया जा सकेगा। इससे बकाया और बिजली चोरी पर प्रतिबंध लगाया जा सकेगा। 50 हजार स्मार्ट प्री-पेड मीटर फरवरी में जीएमआर कंपनी को दिए जाएंगे. ये मीटर पूर्व से लगाए गए मीटरों को हटा देंगे और फतेहपुर जिले के केवल दस शहरी क्षेत्रों में लगाए जाएंगे।
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कार्यालय के लिए जगह की तलाश
शहरी क्षेत्रों में जर्जर तार बदलने का काम लगभग पूरा होने वाला है और प्री-पेड मीटर लगाने की प्रक्रिया भी अब तेजी से होगी। प्री-पेड मीटर जिले के नगरीय क्षेत्र में जीएमआर कंपनी को लगाए जाएंगे। फिर भी, यह कंपनी अपने कार्यालय के लिए जगह खोजने में लगी है। कंपनी का लक्ष्य है कि जनवरी में ही अपना कार्यालय खोला जाए, ताकि फरवरी से स्मार्ट प्री-पेड मीटर खरीदकर लगाने की शुरुआत की जा सके। बकाया और बिजली चोरी को नियंत्रित करने के लिए पहले चरण में जिला मुख्यालय का काम पूरा होने के बाद विभिन्न स्थानों पर काम किया जाएगा।
ये जगहें हैं-
बिंदकी नगर पालिका क्षेत्र, जहानाबाद
बहुआ, असोथर
हथगाम, खागा
धाता, किशुनपुर
खखरेडू के साथ ही ऐसे ही नगरीय क्षेत्र
एक बार यह मीटर जब लग जाएंगे तो बढ़ती बकायेदारी पर पूरी तरह से अंकुश लग जाएगा।
प्री-पेड स्मार्ट मीटर पर खर्च होंगे 6016 रुपये
स्मार्ट मीटर एक प्रकार का डिजिटल मीटर है, जो मोबाइल सिम की तरह एक चिप से काम करता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने मोबाइल को दोनों प्रीपेड और पोस्टपेड के रूप में उपयोग कर सकते हैं। आपको सिर्फ रिचार्ज करने पर बिजली मिलेगी। उपभोक्ता को स्मार्ट मीटरों की तुलना में घरेलू प्रीपेड कनेक्शन पर एक बार 6016 रुपये जमा करने पड़ेंगे।
ऐसे रीचार्ज पर बिजली
प्रीपेड बिजली मीटर में एक रिले, या स्वचालित स्विच, है जो बिजली को कोई उपकरण नहीं होने पर काट देता है। टॉप-अप करने पर संतुलन बढ़ता है, फिर रिले से बिजली आने लगती है। प्रीपेड बिजली का सिद्धांत पे-एज-यू-गो सेल्यूलर फोन की तरह है। भुगतान करने के बाद आपको एक कोड मिलेगा, जिसे प्रीपेड बिजली मीटर में डालकर आवश्यक मात्रा में बिजली देना होगा।
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