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बिहार के इस शहर में बनेगा एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जाम से मिलेगी मुक्ति

Bihar News : बिहार में आवागमन व्यवस्था को अच्छा करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। लोगों को आने जाने में किसी भी प्रकार की समस्या और अपना कीमती समय जाम में ना गुजरना पड़े इसको लेकर कई प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। इसी कड़ी में अब एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा।

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बिहार के इस शहर में बनेगा एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जाम से मिलेगी मुक्ति

Bihar Elevated Road : बिहार से दिल्ली जाने वालों के लिए खुशखबरी है। आने वाले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश के रास्ते वाया सड़क मार्ग जाना बेहद आसान होने वाला है। इसकी कवायत शुरू हो चुकी है, जिससे बिहार और उत्तर प्रदेश कनेक्ट होंगे। जी, बक्सर में गंगा नदी पर तीन लेन के नए पुल का निर्माण जल्द शुरू होगा। यह पुल पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बक्सर-पटना एनएच-922 से सीधे जोड़ेगा। 

बक्सर के गोलंबर पर जाम से जल्द छुटकारा मिलने वाला हैं। पटना-बक्सर एनएच 922 के पश्चिमी छोर पर, पटना के आर ब्लॉक चौराहे की तरह, बक्सर गोलंबर के ठीक ऊपर एक एलिवेटेड रोड भी बनाया जाएगा। इससे बक्सर में गंगा पर बनने वाले पुल से ट्रकों की आवाजाही आसान होगी और जाम की समस्या दूर होगी। मंगलवार को जिला प्रशासन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने इसके निर्माण पर सहमति बनाई है। NHAI अधिकारियों ने जिला प्रशासन की सलाह पर इस प्रस्ताव को अपने मुख्यालय भेजा है।

यह प्रस्ताव बक्सर सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने बक्सर गोलंबर पर बालू लदे ट्रकों के कारण दिन-प्रतिदिन होने वाले जाम को देखते हुए किया था। उन्होंने बक्सर में गंगा पर तीसरे पुल का निर्माण शुरू करने से पहले डीएम को त्राहिमाम संदेश देते हुए कहा कि बक्सर गोलंबर के पास घनी आबादी और कई मार्गों का जंक्शन होने के कारण सड़क को एलिवेटेड किया जाना चाहिए। ऐसी व्यवस्था किए बगैर यहां तीसरा पुल बनाया जाएगा, तो जाम की समस्या और गंभीर हो जाएगी।

डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक हुई। NHAI के पटना कार्यालय के अधिकारी भी इसमें शामिल थे। बैठक में बताया गया कि एनएचएआई ने बक्सर में गंगा पर तीसरे पुल बनाने की योजना बनाते समय गोलंबर से भारी वाहनों की आवाजाही बहुत कम थी। इसकी वजह यह थी कि भारी वाहनों को गंगा पार करने का कोई रास्ता नहीं था यहां। भारी वाहनों के लिए पुराना पुल पहले से ही बंद था। उस समय की आवागमन को देखते हुए योजना बनाई गई।

 शाम ढलते ही जाम लगना आम बात 

इस बीच, बक्सर में गंगा पर एक और पुल की स्थापना से ट्रकों की आवाजाही अचानक कई गुना बढ़ गई। 500 से 1000 ट्रक प्रतिदिन अकेले बालू लदे गुजरने लगे। इसके परिणामस्वरूप, एनएच 922 के बक्सर छोर पर शाम ढलते ही जाम लगना आम बात है। यह जाम कभी-कभी बारह से चौबीस घंटे तक भी चलता है। इससे बलिया-गाजीपुर एनएच 31 और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक वाहनों का परिचालन प्रभावित हो रहा है। पटना से अयोध्या, लखनऊ और दिल्ली जाने वाले बक्सर पर आकर जाम में फंस रहे हैं।

वाहन ऊपर और नीचे दोनों सतहों पर चलेंगे

मंगलवार की बैठक में निर्णय लिया गया था कि बक्सर में गंगा पर बनने वाले पुल को गोलंबर से आगे बढ़कर मुख्य राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। गोलंबर के ठीक ऊपर एलिवेटेड गोलंबर बक्सर और उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के भरौली में भी बनाया जाएगा। इसका लाभ यह होगा कि दूर-दराज के वाहन सिर्फ एलिवेटेड गोलंबर से गुजरते रहेंगे, जिससे स्थानीय वाहनों के यातायात पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट बनाना मुश्किल होगा

मंगलवार को प्रशासन और एनएचएआई की बैठक में बनाई गई योजना में कुछ कमी है। इसमें दोनों राज्यों की सीमा पर एक संयुक्त चेकपोस्ट की जगह नहीं बताई गई है, क्योंकि दोनों राज्यों के कानूनों के कारण गंगा पुल पार कर आने वाले सभी वाहनों की जांच की आवश्यकता होती है। फिलहाल, दोनों राज्यों के संबंधित विभाग ट्रकों और अन्य वाहनों को पुल पर ही रोककर रखते हैं ताकि वे वाहनों की जांच कर सकें।

वाहनों को एलिवेटेड रूट पर रोककर जांच करना जारी रहेगा, तो जाम की समस्या बनी रहेगी। साथ ही, एलिवेटेड रोड की संरचना भी प्रभावित होगी। विभिन्न दिशा में गोलंबर पर वाहनों को जाने से पहले वाहनों की जांच करना भी महत्वपूर्ण होगा। एलिवेटेड गोलंबर की योजना में इस समस्या का ध्यान नहीं रखा गया है।