Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway: 34 साल बाद FNG की डीपीआर जल्द होगी तैयार, कई कंपनियों ने भरे हैं टेंडर
NG रोड प्रोग्राम: एफएनजी परियोजना को दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने के लिए काम तेज होने की उम्मीद है। परियोजना का डीपीआर बनाने का कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है। DPIR बनाने के लिए सात कंपनियों ने भी टेंडर भरा है।
The Chopal, फरीदाबाद: फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा को जोड़ने वाली एफएनजी परियोजना का डीपीआर जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। डीपीआर बनाने का टेंडर सात कंपनियों ने भरा है। प्रक्रिया एक महीने में पूरी होने के बाद कंपनी को काम मिलेगा। डीपीआर को छह महीने में बनाकर उच्च अधिकारियों को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
ये पढ़ें - दिल्ली से 40 KM दूर सिंगापुरी शैली मे बनेगा NCR का नया शहर, 3 शहरों की जमीन को मिलाकर बनाया जाएगा
एफएनजी परियोजना से फरीदाबाद को नोएडा और गाजियाबाद से जोड़ना है। नोएडा बहुत कम हो चुका है। फरीदाबाद ने इसके लिए लंबे समय से इंतजार किया है। इस पर वर्तमान में प्रयास चल रहे हैं। परियोजना का उद्देश्य ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 89 में मास्टर रोड से गांव लालपुर तक सड़क बनाना है, जो सेक्टर 167A-168 तक फैला हुआ है। यह सड़क लगभग दौड़ होगी।
यमुना नदी पर बनेगा पुल
लगभग 650 मीटर लंबा पुल यमुना पर बनाया जाएगा। सिक्स लेन सड़क बनेगी। सिक्स लेन पुल गांव लालपुर के पास यमुना और बुढ़िया नाले पर बनाया जाएगा। PWD ने दिसंबर की शुरुआत में डीपीआर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की। सात कंपनियों ने अब टेंडर के लिए आवेदन किया है। डीपीआर बनाने के लिए कंपनी को छह महीने का समय मिलेगा।
डीपीआर में क्या होगा?
डीपीआर में काम की लागत, सड़क, मिट्टी की जांच, यमुना पर बनने वाले पुल की लंबाई-चौड़ाई और बाधाओं का सर्वे करने के बाद अपनी पूरी रिपोर्ट बनानी होगी। भूमि अधिग्रहण की रिपोर्ट भी बनानी होगी। डीपीआर में परियोजना के लिए आवश्यक जमीन और मुआवजा की पूरी जानकारी शामिल होगी।
डीपीआर के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू
पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन प्रदीप सिंधु ने बताया कि डीपीआर के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। सात संस्थाओं ने आवेदन किया है। सात महीने में उनके दस्तावेजों की जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। कंपनी को जमीन अधिग्रहण की जानकारी सहित डीपीआर छह महीने में बनाने का समय दिया जाएगा।