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काले गेहूं की खेती से किसान कमा रहे तगड़ा मुनाफा, चलिए जानते हैं इससे जुड़ी छोटी-मोटी पूरी जानकारी

भारतीय कृषि प्रधान देश है। जहां पर किसान बड़े स्तर पर खेती करते हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा राजस्थान सहित देश के इन राज्यों में गेहूं की खेती सबसे अधिक की जाती है। किसान गेहूं की कई तरह की किस्म उगा रहे हैं जिसमें उन्हें बंपर कमाई हो रही है।
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काले गेहूं की खेती से किसान कमा रहे तगड़ा मुनाफा, चलिए जानते हैं इससे जुड़ी छोटी-मोटी पूरी जानकारी

The Chopal : भारतीय कृषि प्रधान देश है। जहां पर किसान बड़े स्तर पर खेती करते हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा राजस्थान सहित देश के इन राज्यों में गेहूं की खेती सबसे अधिक की जाती है। किसान गेहूं की कई तरह की किस्म उगा रहे हैं जिसमें उन्हें बंपर कमाई हो रही है। परंतु आज हम आपको एक गेहूं की ऐसी किस्म की जानकारी देने वाले हैं, जिसकी खेती करके आप मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। इस गेहूं की किस्म की खास बात यह है कि यह आम गेहूं के मुकाबले अधिक उत्पादन देती है। पैसे वाले लोग इस खास किस्म की गेहूं का आटा खाना पसंद करते हैं।

आज हम बात कर रहे हैं काले गेहूं की खेती के बारे में, वैसे तो आम खास काला गेहूं सामान्य गेहूं के मुकाबले काफी महंगा बिकता है। वैज्ञानिक का कोई मुताबिक काले गेहूं में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें सामान्य गेहूं के मुकाबले 60% अधिक पोषक तत्व होते हैं। खास बात यह है कि इसमें एंथोसायनिन नामक रंगद्रव्य मौजूद होता है, जिसके कारण यह देखने में काला लगता है. इस किस्म में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं.

भारत के कई राज्यों में किसानों ने काले गेहूं की खेती शुरू की है। काले गेहूं को मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में खेती कर रहे हैं। इससे उन्हें अच्छा घर मिल रहा है। Expert कहते हैं कि काले गेहूं की खेती भी रबी सीजन में की जाती है। नवंबर का महीना काले गेहूं की बुवाई के लिए अच्छा है।  काले गेहूं की पंक्तियों में बुआई करने के लिए प्रति एकड़ 40 से 50 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी। 

इसे बुवाई करने के बाद पूरे सीजन के दौरान चार से पांच बार सिंचाई करनी चाहिए। लेकिन बुवाई के 3 हफ्ते बाद पहली सिंचाई करें। इसके बाद बेतर सिंचाई बालियों के फूटने से पहले, बालियों में दूध आते समय, दानों के पकने के समय और बालियों में दूध आते समय होती है। इससे बंपर उत्पादन होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि काले गेहूं की फसल पककर तैयार होने पर कटाई की जा सकती है। कटाई के समय पौधों में 20 से 25 प्रतिशत नमी होनी चाहिए। एक बीघे में 10 से 12 क्विंटल काले गेहूं का उत्पादन हो सकता है।

अभी काले गेहूं की कीमत प्रति क्विंटल 8000 रुपए है, जिससे बड़ी कमाई होगी। यानी इसका भाव आम गेहूं के भाव से दोगुना है। इसलिए काले गेहूं की खेती करने से किसानों को अधिक पैसा मिलेगा।

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