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Farmers movement: किसान संगठनों का दिल्ली कूच, आंदोलन की तैयारी से हरियाणा में ट्रैफिक डावर्जन, तैयारी जोरों पर

Farmers movement: पंजाब और हरियाणा के किसानों के एक और आंदोलन की तैयारी के बीच, पुलिस उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमाओं पर बैरिकेड लगा रही है और 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा राजमार्ग पर धरना दिया।

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Farmers movement: किसान संगठनों का दिल्ली कूच, आंदोलन की तैयारी से हरियाणा में ट्रैफिक डावर्जन, तैयारी जोरों पर

Farmers movement: शुक्रवार को डीजीपी ने कहा कि कई जिलों में ट्रैफिक रूट बदले जाएंगे क्योंकि पंजाब के किसान संगठनों ने हरियाणा को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया था। शुक्रवार को डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की। केंद्र द्वारा प्रदान की गई पैरामिलिट्री कंपनियां पहुंचने लगी हैं, उन्होंने कहा। इसके अलावा, केंद्र ने कुछ कंपनियों को हमारी मांग पर रखा है। बताया गया कि इन बलों को शुक्रवार से पंजाब और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे जिलों में लगाया गया है। डीजीपी ने प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। किसी के बहकावे में आकर कानून व्यवस्था को बाधित न होने दें।

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हरियाणा पुलिस अपने एक्स और फेसबुक अकाउंट पर ट्रैफिक और अन्य अपडेट पोस्ट करेगी। लोग सोशल मीडिया पर अफवाहों पर ध्यान न दें और इसे ही सही मानें। पुलिस टीम समय-समय पर अपडेट देगी।

सोशल मीडिया दृष्टिकोण

पुलिस प्रशासन को सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यदि कोई नागरिक गलत अफवाह फैलाता है तो उसे सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। उपद्रव फैलाने वाले कानूनी कार्रवाई करेंगे। हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की टीमों ने इसे कई स्तरों पर देखा है।

अंबाला अलर्ट पर, पुलिस-प्रशासन की हुई मीटिंग

शुक्रवार को उपायुक्त डा. शालीन और एसपी की अध्यक्षता में किसान आंदोलन पर चर्चा हुई। प्रशासन की तैयारियां बैठक में चर्चा की गईं। बैठक के बाद कहा गया कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए। उपायुक्त ने बताया कि पुलिस के साथ कई स्थानों का दौरा किया गया जहां से किसानों के आने की आशंका है। इसके लिए पुलिस चेक पोस्ट बनाए जाएंगे। उसने कहा कि स्थिति को देखते हुए, अगर जरूरत पड़ी तो परमेश्वर की सीमा बंद कर दी जाएगी। उनका कहना था कि एनएचएआई और लोक निर्माण विभाग को चेक पोस्ट पर सुरक्षा प्रणाली बनाने के लिए कहा गया है। उनका कहना था कि जिले में बारह अर्धसैनिक बलों (लगभग 850 युवा) की टुकडियां आ चुकी हैं। पैरामिलिट्री, पुलिस और ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन 11 फरवरी को किया जाएगा।

दिल्ली कूच से चढूनी ने बनाई दूरी

बीकेयू के गुरनाम सिंह चढूनी गुट ने हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच से अलग हो गया है। किसान संगठन इस घोषणा से हैरान हैं। वहीं जिले में पुलिस और प्रशासन किसानों से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रशासन ने बैरिकेड्स, वाटर कैनन, 107-107 पुलिस जवानों की चार टुकड़ियां और अर्धसैनिक बलों की बारह टुकड़ियां लगाईं। चढूनी ने सोशल मीडिया पर कहा कि दिल्ली कूच का ऐलान सभी संगठनों के विचार से नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसान संगठन उन्हें बुला ले तो वे जाएंगे। लेकिन वे अभी तक कोई संदेश नहीं भेजा है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने भी बयान दिया है कि वह आंदोलन का हिस्सा नहीं होंगे क्योकि उन्हें भी बुलाया नहीं गया। बताया कि हमसे कोई राय नहीं ली गई।

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