UP में इन जिलों के बीच बनेगा फोर लेन नेशनल हाईवे, जमीनों की कीमतों में आएगा उछाल
UP News : उत्तर प्रदेश के दो जिलों के बीच नया फोर-लेन हाईवे बनाने का बड़ा ऐलान किया गया है। इस हाईवे के निर्माण से यातायात कनेक्टिविटी पहले से ज्यादा आसान और सुगम हो जाएगी। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों को भी लाभ मिलेगा, जिससे संपूर्ण क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के दो जिलों के बीच नए फोर लाइन हाईवे बनाने का बड़ा ऐलान कर दिया गया है। इस फोरलेन हाईवे बन जाने के बाद कई राज्यों की यातायात कनेक्टिविटी और ज्यादा आसान होने वाली है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कानपुर हाईवे से जोड़ने का काम चल रहा है। अब कानपुर से आने वाले वाहन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधे अयोध्या जाएंगे। इस मार्ग को नेशनल हाईवे बनाने की योजना है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कानपुर हाईवे से जुड़ने वाला है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे अब कानपुर से सीधे अयोध्या जा सकेगा। Bनी से आगे दाहिनी ओर, मोहनलालगंज मोड़ से मौरावा होते हुए गोसाईगंज (38 किमी) का रास्ता फोर लेन होगा। फोर लेन के इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की भी योजना है।
पूर्वांचल राजमार्ग
भविष्य में बढ़ने वाले ट्रैफिक लोड को देखते हुए यह सड़क बनाई जा रही है। फिलहाल, मोहनलालगंज से पूर्वांचल एक्सप्रेस पर 18 पहियों वाले ट्रक और अन्य भारी वाहन नहीं जा सकते। सड़क संकरी होने से मुड़ना असंभव है। रक्षा मंत्री दिवाकर त्रिपाठी, लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि, ने इसकी जानकारी दी।
लखनऊ-कानपुर हाईवे
फोर लेन नेशनल हाईवे बनने के बाद भारी वाहनों को भी आसानी होगी। हाईवे बनने से जमीनों के मूल्य बढ़ेंगे और विकास भी होगा। रक्षामंत्री ने 2022 में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे के शिलान्यास से तीन दिन पहले सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को यह प्रस्ताव भेजा था।
लोग अयोध्या जा सकते हैं
नितिन गडकरी ने शिलान्यास के दौरान ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कानपुर एक्सप्रेसवे से जोड़ने की परियोजना पर सैद्धांतिक समझौता कर लिया था। लाखों लोग कानपुर हाईवे से अयोध्या जाते हैं, लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना है।
80 वें मील पत्थर
फोर लेन नेशनल हाइवे बनने के बाद 80वें माइल स्टोन पर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सीधे अयोध्या जा सकेगा। इसके अलावा हाईवे कानपुर, रायबरेली, सुल्तानपुर और मोहान रोड से जुड़ जाएगा।
NCR का सिद्धांत
यह रास्ता गुजरात, राजस्थान, नागालैंड, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत से आने वाले भारी वाहनों के लिए उपयोगी होगा। उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (SSC) बनाया गया है। विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर से कई जिलों को मिलकर लाभ होगा।
विकास की अवधारणा
लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी के 27,826 वर्ग किलोमीटर (एससीआर) क्षेत्र में संयुक्त विकास की परिकल्पना साकार हो रही है। एससीआर का विस्तार करने के लिए कानपुर हाईवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ना एक कदम है।