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Goat Farming : बकरे की इस नस्ल से होगी तगड़ी कमाई, 35 से 60 किलो तक हो जाता है इनका वजन

कुर्बानी के त्यौहार बकरीद में करीब चार महीने बाकी हैं. लेकिन कुर्बानी के लिए बकरों की तैयारी अभी से शुरू हो जाती है. ये वो वक्त है जब बकरा बाजार के लिए डिमांड के हिसाब से बकरे तैयार किए जाते हैं.
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Goat Farming : बकरे की इस नस्ल से होगी तगड़ी कमाई, 35 से 60 किलो तक हो जाता है इनका वजन

The Chopal : कुर्बानी के त्यौहार बकरीद में करीब चार महीने बाकी हैं. लेकिन कुर्बानी के लिए बकरों की तैयारी अभी से शुरू हो जाती है. ये वो वक्त है जब बकरा बाजार के लिए डिमांड के हिसाब से बकरे तैयार किए जाते हैं. क्योंकि कुर्बानी वाले बकरे के मीट को बांटा जाता है और कोशिश यही होती है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को मीट का हिस्सा मिल जाए, इसलिए बकरीद के लिए वजनदार बकरे की तलाश की जाती है. हालांकि आमतौर पर हाट या बाजार में 40 से 50-55 किलो तक के बकरे की खूब डिमांड होती है. 

लेकिन वजन के साथ ही ये भी जरूरी है कि वो वजनदार बकरा कुर्बानी की दूसरी शर्तों को भी पूरा करता हो. अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर बकरा चाहें कितना भी वजनदार हो कोई उसके लागत वाले रेट भी नहीं देगा. अगर आपके पास भी अच्छे बकरे हैं और वो कुर्बानी की शर्तां को पूरा करते हैं तो चार महीने में उन्हें खिला-पिलाकर हेल्दी और वजनदार बना सकते हैं. ऐसे बकरों के इस मौके पर मुंह मांगे दाम मिलते हैं. 

बरबरा बकरा 

इस नस्ल के बकरे की हाइट दो से ढाई फुट तक होती है. ये बकरा काफी तगड़ा माना जाता है. 1 साल से भी कम वक्त में ये बकरा कुर्बानी देने को तैयार हो जाता है. इस बकरे का रेट 10 से 12 हजार रुपये से शुरू होती है. बकरीद के मौके पर ये रेट 50 हजार भी पार कर जाती है.

जमनापारी

मांस के व्याापार के लिए जमनापरी बकरा भी उपयुक्त माना जाता है. ये बकरा दिखने में मोटा और भारी होता है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में ये बकरा बहुतायत में पाया जाता है. इस बकरे का रेट 15 से 20 हजार रुपये है.

जखराना

ये बकरे की ऐसी नस्ल है जिसका वजन 1 साल में 25 से 30 किलो तक पहुंच जाता है. ज्यादा वजन के चलते इस बकरे से मांस भी अधिक मात्रा में मिलता है. बकरीद के मौके पर ये बकरा भी अच्छी कीमतों पर बिकता है.

सोजत

इस नस्ल का बकरा औसत 60 किलो वजन तक का होता है. . सोजत की नार्थ इंडिया समेत महाराष्ट्र में भी खासी डिमांड रहती है.  बकरीद के मौके पर इस बकरे की मांस की मांग भी बाजार में काफी हाई रहती है.

सिरोही

इस नस्ल का बकरा दिखने में खासा ऊंचा होता है. ये नस्ल सिर्फ राजस्थान में ही पाई जाती है. ये बकरा बाजार में कम से कम 12 से 15 हजार रुपये में मिल जाता है. 

तोतापरी

बाजार में बिकने के लिए तैयार होने में ये बकरा कम से कम 3 साल लेता है. ये नस्ल हरियाणा के मेवात और राजस्थान के भरतपुर जिले में पाई जाती है. इसकी कीमत 12 से 14 हजार रुपये होती है. 

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