Gold identify : ज्वैलरी खरीदने से पहले जान लें असली नकली सोने की पहचान, ये हैं 4 तरीके
Gold identify :त्योहारों के सीजन में भारत में बड़े पैमानें पर गहनों की खरीदारी की जाती हैं। सोना भारतीय घरों का एक प्रिय बहुमूल्य धातु होती हैं। सानें के गहनें खरीदतें समय असली और नकली के ऐसे करें पहचान, जानिए...

The Chopal News: सोने की खरीदारी के साथ एक बड़ी समस्या यह रहती है कि आखिर उसकी प्योरिटी यानी शुद्धता को कैसे जांचा जाए. अक्सर सुनार की बात मानकर ही हम सोना खरीद लेते हैं. क्योंकि उस सुनार से आप कई सालों से स्वर्ण व अन्य आभूषण खरीद रहे होते हैं तो आपको उसकी बातों पर ही भरोसा कर लेते हैं. लेकिन आप घर आकर भी स्वर्ण की प्योरिटी चेक कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.
हॉलमार्क- सबसे आसाना तरीका है हॉलमार्क चेक करना. हॉलमार्क सरकार द्वारा सोने के आभूषणों पर दिया गया एक मार्क होता है जिसे आप ऊपर तस्वीर में देख सकते हैं. आपको यह निशान गहने के पीछे वाले हिस्से पर दिख जाएगा. अगर यह निशान वहां मौजूद नहीं है तो आपको तुरंत वह सोना छोड़ देना चाहिए. हॉलमार्क का आधार ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स द्वारा दिया गया सर्टिफिकेट होता है.
मैगनेट टेस्ट- अगर आपको लगता है कि हॉलमार्क फर्जी लगाया गया है तो आप मैगनेट टेस्ट लेकर देख सकते हैं. सोना की प्रकृति ऐसी होती है कि वह मैगनेट को किसी तरह का रिस्पॉन्स नहीं देता है. वहीं, बाकी लगभग सभी मेटल में मैगनेटिक प्रॉपर्टी होती है वह चुंबक से खिंचते हैं. अगर आप का सोना भी चुंबक से चिपक रहा है तो इसका मतलब है कि वह प्योर नहीं है.
फ्लोट टेस्ट- सोना पानी पर तैरता नहीं है. यह उसकी बनावट के कारण होता है. सोने के अणु एक दूसरे से चिपके होते हैं जिसकी वजह से उसका घनत्व बढ़ता है और वह पानी पर तैर नहीं पाता है. वहीं, अगर उसमें कोई और धातु मिलाया गया है तो वह तैरने लगेगा. ध्यान रहे कि कई और भी धातु हैं जो पानी पर तैर सकते हैं. अगर उनका मिश्रण गोल्ड में किया गया है तो बेशक वह तैर जाएगा.
एसिड टेस्ट- घर पर गोल्ड की प्योरिटी चेक करने का यह सबसे भरोसेमंद तरीका माना जाता है. इसमें थोड़ा पैसा जरूर खर्च होता है लेकिन अगर आप बहुत अधिक राशि गोल्ड खरीदने पर खर्च कर रहे हैं और आप शुद्धता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो ऐसे कर सकते हैं. इसके लिए आपको एक हाइड्रोक्लोरिक एसिट और नाइट्रिक एसिड की किट लेनी होगी. ज्वेलर्स स्टोन की तरह एक पत्थर लेना होगा. इसके बाद आप पत्थर को धातु पर घिसें और उस पर एसिड सॉल्यूशन डालें. गोल्ड के अलावा और कोई भी मेटल उसमें घुल जाएगा.इसके अलावा आप विनेगर सॉल्यूशन से भी गोल्ड की प्योरिटी चेक कर सकते हैं. जैसा कि हमने कहा कि गोल्ड बहुत कम रिएक्ट करता है. प्योर गोल्ड पर विनगेर डालने पर वह शेप, कलर या फॉर्म कुछ नहीं बदलेगा. आमतौर पर भारत में 14k से 18k तक के गोल्ड को आभूषण बनाने के लिए शुद्ध माना जाता है.
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