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सरकार की अवैध खाद की बिक्री पर बड़ी कार्रवाई, बड़े पैमाने पर जब्ती और दुकानें सील

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Big crackdown on sale of illegal khadi by government, large scale seizure and registrar seal

The Chopal- छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश होने के बाद किसानों को समय पर खाद और कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए अब तैयारियां शुरू भी कर दी गई हैं. इस दौरान, गुणवत्ताहीन खाद और कीटनाशक दवा बेचने वाले दुकानदारों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है। अब तक अकेले रायगढ़ जिले में दस से अधिक खाद विक्रेताओं पर प्रशासन की कार्रवाई हुई है और तीन दुकानों को सील करके हजारों बोरे रासायनिक खाद जब्त किए गए हैं।

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परीक्षण के बाद कुछ दुकानदारों को बिना लाइसेंस के दुकान चलाने पर भी मामला दर्ज किया गया है। यही नहीं, जिला कलेक्टर तारन सिन्हा के निर्देश पर कृषि विभाग ने छह टीमें बनाई हैं, जो खाद का समय पर वितरण सुनिश्चित करने के साथ-साथ बिना लाइसेंस के खाद बेचने वाले दुकानदारों पर निगरानी रखेंगे। छत्तीसगढ़ के कोरबा, नारायणपुर, कांकेर और अन्य जिलों में भी छापामार कार्रवाई करके मामले दर्ज किए गए हैं. प्रशासनिक कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता विहीन खाद की बिक्री और अन्य राज्यों से आने वाली खाद की बिक्री पर रोक लगाना है।

शिकायतों पर छापामार कार्रवाई

जिला कलेक्टर तारन सिन्हा ने बताया कि अच्छी बारिश के बाद किसानों को खाद की जरूरत है. उन्होंने बताया कि कुछ बड़े रासायनिक खाद विक्रेता बिना लाइसेंस के खाद बेच रहे थे, जिसकी शिकायत सिर्फ किसानों ने की थी। उनका कहना था कि उन्होंने कृषि विभाग के उप संचालक अनिल वर्मा को एक टीम बनाकर जांच करने के लिए कहा था. तमनार, लैलूंगा, घरघोड़ा, धरमजयगढ़ और जिला मुख्यालय रायगढ़ में दो दर्जन से अधिक खाद व कीटनाशक की दुकानों में जांच की गई तो अधिकांश संचालकों के पास लाइसेंस नहीं थे। इसके बाद नोटिस जारी कर जवाब माँगा गया। रायगढ़ और तमनार में चार दुकानों को भी सील कर दिया गया है।

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कीटनाशक दवा और खाद की गुणवत्ता पर भी कड़ी नजर है

गुणवत्ताहीन खाद और नकली कीटनाशक दवा के नाम पर किसानों को ठगने की शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है, कृषि विभाग के उप संचालक अनिल वर्मा ने बताया। उनका कहना था कि हाल ही में एक बड़े तमनार दुकानदार से 423 बोरी यूरिया, पोटास पकड़ा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि एक दुकानदार गणेश टेडर्स ने बिना लाइसेंस के अपनी दुकान चला रहा था और छापामार अभियान के बाद दुकान सील कर दी गई। रायगढ़ के गोयल खाद भंडार में भी जांच की गई और वहां भी बिना लाइसेंस की दुकान चल रही थी. दुकानदार को नोटिस भेजा गया है।

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जांच टीम लगातार काम करती है

रायगढ़ जिले की सीमा से ओडिशा से भी गुणवत्ताहीन खाद और नकली कीटनाशक की सप्लाई होने की सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर तारन सिन्हा ने गठित जांच टीम की निगरानी की जा रही है। अब तक, जिले के 39 दुकानदारों को नोटिस देकर उनसे स्टाक संबंधी दस्तावेज और विभिन्न कंपनियों के पोटास और कीटनाशक की जानकारी देने को कहा गया है. इसके अलावा, किसानों की शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बार समय पर बारिश नहीं होने से किसानों को यह चिंता थी कि अगर वे खाद को स्टाक में रखकर बारिश का इंतजार करेंगे तो उन्हें दोहरी क्षति होगी. अब कुछ जिलों में अच्छी बारिश होने से किसान खुश हैं और खाद खरीदने के लिए दुकानों की ओर भाग रहे हैं। 

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