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Haryana News: हरियाणा में जमीन की रजिस्ट्रियों में घोटाला, कई जमीनों की एक ही प्रॉप्रर्टी ID पर करी रजिस्ट्री

Haryana Property News: हरियाणा में कई जमीनों को एक ही संपत्ति आईडी खुले तौर पर पंजीकरण किया गया हैं। जब इस मामले का पता खुफिया विभाग को लगा तो डीसी से इस फर्जीवाड़ा की शिकायत की गई। डीसी से शिकायत के बाद अब मामले की जांच करने की सिफारिश की। पढ़ें पूरी खबर 
 
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Haryana News: हरियाणा में जमीन की रजिस्ट्रियों में घोटाला, कई जमीनों की एक ही प्रॉप्रर्टी ID पर करी रजिस्ट्री

Haryana News: हरियाणा के चरखी दादरी में एक ही संपत्ति आईडी पर कई जमीन खुले तौर पर पंजीकृत हो रही है। जब मामला खुफिया विभाग के संज्ञान में आया, तो उन्होंने डीसी से शिकायत की और मामले की जांच करने की सिफारिश की। जिसके आधार पर डीसी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और जांच के लिए निर्देश जारी किए हैं। वहीं, शिकायतकर्ताओं ने राजस्व अधिकारियों पर मनमाने नियम बनाकर पैसे के नाम पर रजिस्ट्री करने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर राजस्व अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लिए हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि जो लोग चरखी दादरी में अपनी जमीन का पंजीकरण कराने के लिए संबंधित विभाग में जाते हैं, वे दस्तावेज बनाने के लिए अपने विशेष अधिवक्ता के पास भेजे जाते हैं। यदि पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया जाता है, तो संपत्ति आईडी और अन्य दस्तावेजों में खामियों को बताते हुए बारंगे को वापस कर दिया जाता है। ऐसी कई रजिस्ट्रियां भी सामने आई हैं जिनमें एक ही संपत्ति आईडी पर कई भूमि रजिस्ट्रियां की गई हैं।

शिकायतकर्ता जितेंद्र जटासरा ने दस्तावेजों के साथ राजस्व अधिकारियों पर पैसे लेकर और गलत रजिस्ट्री करके रजिस्ट्री कराने का आरोप लगाया। अधिवक्ता संजीत तक्षक ने कहा कि कुछ अधिकारियों ने अपनी इच्छा से नियम बनाए हैं। ऐसे कई मामले हैं जिन्हें नियमों को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्री तैयार की गई है।

उन्हें कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। खुफिया विभाग ने डीसी मनदीप कौर को मामले का जांच अधिकारी नियुक्त किया है। मामले की जांच भी जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक से की गई है। आगे की कार्रवाई जांच के आधार पर की जाएगी। यद्यपि, जिला राजस्व अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि उनके विभाग ने रजिस्ट्री मामले में नियमों को नहीं भूला है। यदि ऐसा है, तो वह नियमों और दस्तावेजों के साथ उच्च अधिकारियों के साथ जांच के दौरान अपना पक्ष रखेगा।