The Chopal

Haryana Politics: करनाल में पूर्व सीएममनोहर का शहर से भरोसा, ग्रामीण इलाकों पर टिकी है कांग्रेस की नजर

CM City Karnal : सीएम सिटी करनाल में विधानसभा का उपचुनाव भी है। जहां से सीएम नायब सैनी लड़ रहे हैं। प्रचार में नाम मनोहर का ही चल रहा है। उन्होंने ही यह सीट खाली की है। पंजाबी बिरादरी में नाराजगी के सुर सुनते ही मनोहर ने संतों-मनीषियों की मदद ली।

   Follow Us On   follow Us on
Haryana Politics: करनाल में पूर्व सीएम मनोहर का शहर से भरोसा, ग्रामीण इलाकों पर टिकी है कांग्रेस की नजर

Lok Sabha Election 2024 : धान का कटोरा कहे जाने वाली करनाल बेल्ट में चुनावी चावलों की महक दूर-दूर तक जा रही है। भाजपा यह सीट प्रदेश की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक मान रही है। पार्टी का दावा है कि यहां जीत के मार्जिन पर ही नजर है। 2019 के लोकसभा चुनाव में 70 फीसदी वोट लेकर रिकॉर्ड के साथ संजय भाटिया जीते। 2014 में दिल्ली से आकर अश्विनी चोपड़ा आसानी से जीते। लगातार तीसरी बार भाजपा ने पंजाबी बिरादरी पर दांव लगाते हुए मनोहर लाल को उतारा है। साढ़े 9 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे 70 वर्षीय मनोहर के सामने कांग्रेस ने 30 वर्षीय पंजाची ब्राह्मण दिव्यांशु बुद्धिराजा को उतारा है। चर्चित नाम न होने से कांग्रेस का फैसला चौंकाने वाला रहा। हालांकि चर्चाएं बटोरी वर्षों पुराने एक केस में 'भगौड़ा' घोषित होने पर। यूथ कहीस में पदाधिकारी रहते सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराते वक्त यह केस दर्ज हुआ था।

पंजाबी नेता मनोज वधवा ने भाजपा छोड़ी तो कुछ दिन बाद ही ईडी की टीम दोबारा समन लेकर पहुंच गई। शहर में दोनों घटनाओं की खूब चर्चा है। जिक्र ये भी है कि कांग्रेस उपचुनाव उतनी ताकत से लड़ते नहीं दिख रही।

कंबोज बिरादरी बाहुल्य इंद्री में भाजपा को ओबीसी सीएम होने का फायदा दिख रहा है। भाजपा विधायक रामकुमार कश्यप भी ओबीसी वर्ग से हैं। 8500 वोटर वाले गांव कुंजपुरा में जयराम कहते हैं-इस बार 50-50 की स्थिति है। 2019 में नीलोखेड़ी आरक्षित हलके से टिकट न मिलने पर भाजपा से बागी होकर धर्मपाल गोंदर निर्दलीय जीते थे। वह अभी तक भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे थे, अब कांग्रेस को शिफ्ट कर दिया। गांव श्यामगढ़ जहां 300-400 जनों का 5 किलो मुफ्त राशन में महीने का गुजारा नहीं होता। गर्मी में सरकार बाजरा खिला रही है।

पानीपत ग्रामीण हलके में जनवरी में विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाली गई थी। यहां के खलीला प्रहलाद‌पुर और दीवाना गांव के अनिल व जगबीर कहते हैं कि सरकार को 10 साल का मौका काफी होता है। इसराना आरक्षित सीट के गांव खुखराना कई साल से थर्मल की राख और सीमेंट की डस्ट से परेशान है। मुनेश कहती हैं- शादी करके गांव आई थीं, तभी से सुन रही हूं, गांव शिफ्ट होगा। मेरे बालकों के भी बालक हो लिए, कुछ नहीं हुआ। विक्रम कहते हैं कांग्रेस राज में सौदापुर में शिफ्टिंग तो भाजपा राज में प्लॉट मिलने की बात हुई। जो हमारी सुध लेगा, उसी पर विचार करेंगे।

गुर्जर बाहुल्य समालखा में विधानसभा चुनावों में कभी भाजपा नहीं जीती है। अब पट्टी कल्याणा में आरएसएस के सेवा केंद्र और चुलकाना धाम के जरिये भाजपा जीत का आशीर्वाद चाह रही है। मनोहर ने प्रचार यहीं से शुरू किया।

असंध हलके में सैलजा खेमे के शमशेर सिंह गोगी विधायक हैं। खेती बाड़ी वाले एरिया में किसान भाजपा का विरोध कर रहे हैं। मनोहर लाल को रोड शो का रूट बदलना पड़ा था। गांव जयसिंहपुरा के प्रवेश पर ही बोर्ड लगा है- 'जो किसान के साथ रहेगा, वो गांव में बड़ेगा।' ग्रामीण कहते हैं कि यहां रोजगार नहीं है, इसलिए बच्चों को विदेश भेजने की होड़ हैं। घरौंडा में रोड़ व राजपूत वोटर प्रभावी हैं। है। 
भाजपा विधायक हरविंद्र कल्याण भी रोड़ हैं। वह मनोहर की सभाओं में मंच संभालते हैं। यहीं से राजपूत बिरादरी के वीरेंद्र राठौर कांग्रेस का टिकट कटने से नाराज हैं। 11 मई को समर्थकों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने महाराणा प्रताप चौक से कुछ दूरी पर ही दफ्तर खोला है।

हैंडलूम नगरी पानीपत की शहरी सीट पर मोदी की चर्चा है। मनोहर खुद यहां कई महीने से सक्रिय थे। अयोध्या में राम मंदिर की खुशी मनाने का प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम यहीं किया। सांसद संजय भाटिया ने कार्यक्रम के जरिये सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं को साथ जोड़ा। मॉडल टाउन के पंकज मदान कहते हैं- मनोहर की स्थिति ठीक है, प्रत्याशी आने के बाद कांग्रेस की स्थिति में सुधार है। कांग्रेस के पंजाबी नेता वीरेंद्र उर्फ बुल्ले शाह भी सक्रिय हैं।

कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छौक्कर परिवार समेत इंडी के फेर में फंसे हैं। मशहूर कबड्डी गांव बुड्झाम में खेल कोटा व बेरोजगारी मुद्दा है। पुलिस में सबसे ज्यादा नौकरी इसी गांव से लगती थी। नारायणा के मेघराज व ईशम सिंह बोले- पानी निकासी का समाधान नहीं किया। करनाल के रोड़ बाहुल्य गांवों में एनसीपी के मराठा बीरेंद्र वर्मा का जिक्र सुनने को मिला। इनेलो समर्थन दे रही है। जजपा ने देवेंद्र कादियान का परचा भरवाया है।