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Haryana News : हरियाणा प्रदेश को करनाल से मिलेगी सीएनजी और पीएनजी

Haryana News : हरियाणा के लोगों को अब प्रदेश में बनी सीएनजी और पीएनजी मिलेगी। करनाल में प्रदेश का पहला ऑनलाइन गैस प्लांट स्थापित किया गया है। जिससे रोजाना पांच हजार क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन होगा। धीरे-धीरे इसके उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। अभी इस गैस की गुजरात से आपूर्ति हो रही है।
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Haryana News : हरियाणा प्रदेश को करनाल से मिलेगी सीएनजी और पीएनजी

The Chopal, Haryana News : हरियाणा के लोगों को अब प्रदेश में बनी सीएनजी और पीएनजी मिलेगी। करनाल में प्रदेश का पहला ऑनलाइन गैस प्लांट स्थापित किया गया है। जिससे रोजाना पांच हजार क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन होगा। धीरे-धीरे इसके उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। अभी इस गैस की गुजरात से आपूर्ति हो रही है।

करनाल के मुगल माजरा में आईजीएल ने रामा ग्रीन एनर्जी फर्म के सहयोग से अपना प्रदेश का पहला नेचुरल गैस प्लांट स्थापित किया है। जिसका शुक्रवार को उद्घाटन किया गया। खास बात यह है कि प्लांट से पाइप के जरिये ही घरों और सीएनजी स्टेशनों पर गैस की आपूर्ति होगी। अभी कई जगहों पर गुजरात और रिफाइनरी से गैस आ रही है। अधिकारियों के अनुसार, इस प्लांट में गैस उत्पादन में डेयरियों का गोबर, मुर्गी फार्म से निकलने वाला कचरा, घरेलू कचरा और घास व पराली का इस्तेमाल किया जाएगा। विदित हो कि प्रदेश में रोजाना आठ लाख क्यूबिक मीटर नेचुरल गैस की खपत है। आईजीएल की ओर से अभी प्रदेश के चार जिले करनाल, कैथल, रेवाड़ी और गुरुग्राम में सीएनजी और पीएनजी की आपूर्ति दी जा रही है।

120 टन कचरे से होगा पांच हजार क्यूबिक मीटर गैस उत्पादन

गोशालाओं व डेयरियों के गोबर को भी 40 पैसे प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जाएगा। प्लांट की वर्तमान क्षमता के अनुसार कुल 120 टन कचरे की आवश्यकता है, इससे पांच हजार क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन होगा। आईजीएल निदेशक पवन कुमार के अनुसार, प्लांट में मुर्गियों का बचा हुआ वेस्ट, प्रेस मड यानी शुगर मिल का बदबूदार वेस्ट, चिप्स फैक्टरी से निकलने वाली आलू का छिलका और पराली आदि इस्तेमाल होगा।

तरल और सोलिड खाद भी होगा तैयार

प्लांट में गैस के अलावा खाद भी तैयार होगा। आईजीएल के करनाल जीएम अंकुश जैन के अनुसार, प्लांट में जो पानी डलेगा, उसका 50 प्रतिशत गैस बनाने में इस्तेमाल होगा और शेष 50 प्रतिशत तरल खाद के रूप में खेती में काम आ सकता है। एक दिन में 30 टन सोलिड आर्गेनिक खाद बनने की क्षमता है। यदि पूरा साल यह प्लांट चलता है तो 20500 एकड़ भूमि को फर्टिलाइज्ड रखा जा सकता है।