The Chopal

High Court Decision : सास-बहू का हुआ नमक मिर्च पर विवाद, फिर हाई कोर्ट ने सुनाया अनोखा फैसला

High Court Decision: सास बहू की नोक झोक के मामले अक्सर कोर्ट में आए दिन आते रहते हैं। लेकिन हाल ही में हाईकोर्ट में एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है। बता दें की सास बहू में नमक मिर्च को लेकर विवाद हो गया और फिर हाई कोर्ट ने सुनाया अनोखा फैसला- 

   Follow Us On   follow Us on
High Court Decision : सास-बहू का हुआ नमक मिर्च पर विवाद, फिर हाई कोर्ट ने सुनाया अनोखा फैसला

The Chopal : सास बहू की नोक झोक के मामले अक्सर कोर्ट में आए दिन आते रहते हैं। लेकिन हाल ही में हाईकोर्ट में एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने हाल ही में फैसला दिया कि सास द्वारा अपनी बहू को घर के रोजाना के काम में टोकना या सब्जी में नमक कम और मिर्ची ज्यादा जैसे सवाल पूछना ना तो गलत है और ना ही ये कृत्य मानसिक क्रूरता की श्रेणी में आता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 498A। याचिकाकर्ता सास के खिलाफ दर्ज एफआईआर भी हाई कोर्ट ने रद्द कर दी है। 

जस्टिस गुरपाल सिंह अहलूवालिया की सिंगल बेंच ने फैसला दिया, "अगर घरेलू कार्यों में सास द्वारा की गई टीका टिप्पणी या कुछ आपत्तियों के कारण बहू को मानसिक रूप से उत्पीड़न मिलता है, तो यह कहा जा सकता है कि बहू अतिसंवेदनशील हो सकती है, लेकिन, कुछ विवादों के साथ घरेलू कार्यों का ध्यान रखना निश्चित तौर पर क्रूरता की श्रेणी में नहीं आता है।

जस्टिस अहलूवालिया ने यह भी कहा कि आईपीसी की धारा 498A के अनुसार किसी सास को अपने बेटे-बहू यानी पति-पत्नी के जीवन में होने वाले व्यक्तिगत विवादों से दूर रहने की कोशिश करना क्रूरता नहीं होगा। याचिकाकर्ता अलका शर्मा (सास) की याचिका को स्वीकार करते हुए हाई कोर्ट ने ये टिप्पणियां की हैं।

याचिकाकर्ता सास ने आईपीसी की धारा 498A, आईपीसी की धारा 34 और दहेज निषेध अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत दर्ज मामले को रद्द करने की मांग की। वास्तव में, याचिकाकर्ता अलका शर्मा (सास) उत्तराखंड के चकराता में सरकारी कर्मचारी थीं जब प्रतिवादी (बहू) का विवाह याचिकाकर्ता के बेटे से हुआ था। उन्होंने बेटे की शादी के चार महीने बाद स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली और बेटे-बहू के साथ पुणे चली गईं।

बहू ने कहा कि उनकी सास उनके दैनिक काम में बाधा डालने लगी और टोका-टाकी करने लगी। पीड़िता के पति ने भी इसमें अपनी मां का साथ दिया गया है। आरोप था कि बेटे की कुंडली में उनकी सास अक्सर दो शादी का जिक्र करती थीं। इससे उसे मानसिक कष्ट उठाना पड़ा। उसने यह भी कहा कि उसके पति ने उसे सार्वजनिक रूप से बदनाम किया, तो भी उसके सास ने कुछ नहीं किया।