Income Tax Raid : इनकम टैक्स की रेड में मिला ढेर सारा खजाना, नोट गिनने में लगे 10 दिन
Income tax : आय पर कर के नियम बनाने के अलावा, इनकम टैक्स विभाग टैक्स चोरी करने वालों पर भी कड़ी नजर रखता है। इस विभाग ने भी संदेह होने पर छापेमारी करके ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है। इनकम टैक्स अधिकारियों ने हाल ही में नोटों के भंडार को पकड़ा है और हर किसी को हैरान करने वाली बातें कही हैं। आइए देखें कि इनकम टैक्स विभाग इतनी बड़ी संपत्ति मिलने पर क्या सोचता है।
The Chopal, Income tax : लाखों में कमाई करने वालों को इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार सरकार को टैक्स देना होता है, जिसे सरकार विकास में खर्च करती है। लेकिन कुछ लोग इस टैक्स को देने से बचते हैं और इसे बिना किसी जांच के छिपा कर रखते हैं।
ऐसे मामलों में, इनकम टैक्स विभाग पहले से ही हर किसी की ट्रांजेक्शन पर कड़ी नजर रखता है, ताकि अगर कुछ गड़बड़ लगे तो उसे गिरफ्तार कर सकें और सच्चाई को सार्वजनिक कर सकें। हाल ही में विभाग ने राज्य में सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड की थी, जिसमें इतना धन मिला कि नोटों को गिनने के लिए कई बैंक कर्मचारियों को बुलाना पड़ा।
छापेमारी कहाँ हुई—
ओडिशा राज्य में पिछले दिनों आयकर की एक बड़ी जांच हुई, जिसमें एक शराब बनाने वाली कंपनी के कई स्थानों पर छापे मारे गए। इस जांच के दौरान पुलिस ने कई स्थानों पर छापा मारा था और लगभग 355 करोड़ रुपये बरामद किए थे। इस कार्य के दौरान विशिष्ट तकनीकी उपकरणों का उपयोग किया गया, जैसे जमीन के नीचे छुपे हुए चीजों को खोजने वाली एक विशेष मशीन। विभिन्न टीमों ने कई स्थानों पर 10 दिन तक छापे मारे। माना जाता है कि यह हाल ही में हुई सबसे बड़ी छापेमारी थी।
नोट गिनने वाली मशीन ने मानी हार—
Income Tax Department ने छापेमारी (income tax ka chapa) के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी की गिनती के लिए अपने और कुछ बैंक अधिकारियों को भेजा था, साथ ही नोट गिनने वाली लगभग 36 मशीनें का भी इस्तेमाल किया था, ताकि नकदी को जल्दी और सही तरीके से गिना जा सके। इस पूरे घटनाक्रम में इतनी भीड़ और अव्यवस्था थी कि ऐसा लगता था जैसे कुंभ का मेला आज वहीं हो गया हो। प्राप्त कैश को बोरों में भरकर ट्रकों में लादकर आयकर कार्यालय में सुरक्षित रख दिया गया।
कार्रवाई करने वालों को सराहना मिली-
आयकर विभाग (Income tax department) के प्रमुख अधिकारी एसके झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह ने इस कार्य का नेतृत्व किया था। केंद्रीय सरकार ने आयकर छापे में ओडिशा में हुई बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया और उनकी मेहनत और कार्यक्षमता को भी सराहा। माना जाता है कि इसने शराब बनाने वाली किसी भी कंपनी पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है।