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Income Tax raid : बड़े कारोबारी के घर पड़ी IT की रेड, कैश गिनने में लगेंगे कई दिन

पिछले एक शताब्दी से ये कारोबारी परिवार शराब और अन्य व्यवसायों में शामिल रहे हैं. हाल ही में IT विभाग ने इनकी जगहों पर रेड करके बहुत सारा कैश और ज्वेलरी बरामद किया है, जिसकी पूरी जानकारी नीचे दी गई है। 

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IT raid at the house of a big businessman, it will take several days to count the cash

IT raid News : इन्कम टैक्स विभाग के अधिकारी धीरज प्रसाद साहू, उनकी कंपनी और उनके कई संबंधियों के कई स्थानों पर छापेमारी चल रही है।झारखंड और ओडिशा दोनों में आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है। इन जगहों से बेहिसाब कैश मिल गया है, जिसकी गिनती करने में दो दिन और लगेंगे। ओडिशा की बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों पर आयकर विभाग की एक टीम ने छापेमारी की। बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड भी इसमें है। चौथे दिन भी आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है। जब्त राशि के बारे में आयकर विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इन स्थानों से 300 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली है।

100 साल से शराब की दुकान चलाने वाला परिवार

धीरज साहू के पिता की परंपरा झारखंड ही नहीं, पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख व्यापारिक घरानों में से एक है। धीरज साहू के पिता राय साहब बलदेव साहू भी स्वतंत्रता सेनानी थे। करीब एक शताब्दी पहले, राय बलदेव साहू के पिता ने लोहरदगा में देशी शराब का कारोबार शुरू किया था। बलदेव साहू ने बाद में इस व्यवसाय को देश के सात राज्यों में बढ़ाया।

100 साल के कारोबार में परिवार संकट में पहली बार

बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और इसके पूर्वजों ने शराब का निरंतर कारोबार किया है। लेकिन परिवार को इस तरह की चुनौती पहली बार मिली है। आयकर विभाग की टीम लगातार इस कंपनी से ओडिशा और झारखंड सहित अन्य राज्यों को टैक्स दिया जाता है और टैक्स चोरी का मामला बनता है। 2019 में भी आयकर विभाग की एक टीम ने लोहरदगा में धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों पर छापेमारी की थी।

बीजेपी का लक्ष्य कांग्रेस से जुड़े रहना है!

झारखंड से कांग्रेस के टिकट पर धीरज प्रसाद साहू तीसरी बार चुनाव जीत कर ऊपरी सदन में पहुंचे हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने नेताओं को बताया कि वे 100 साल से इस व्यवसाय में हैं और आयकर विभाग को अभी तक स्पष्ट नहीं बताया गया है कि यह पूरी राशि धीरज प्रसाद साहू अकेले की है या पूरे परिवार का है। जब तक आयकर विभाग पूरी जानकारी नहीं देता, इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।

धीरज प्रसाद साहू के छह भाई हैं।

सांसद धीरज प्रसाद साहू सबसे छोटे भाई हैं। यही नहीं, उनके बड़े भाई शिव प्रसाद साहू ने तीन बार रांची लोकसभा सीट से सांसद भी किया है। अन्य भाई किशोर प्रसाद साहू, नंदलाल प्रसाद साहू, गोपाल साहू और उदय शंकर प्रसाद साहू भी शराब कारोबार में शामिल हैं। बताया गया है कि घराने ने पिछले कुछ वर्षों में अपना ध्यान अन्य व्यवसायों पर लगाना शुरू किया है, जिससे शराब कारोबार सात राज्यों से अब चार राज्यों में सिमट गया है। लेकिन कंपनी को शराब कारोबार करने के लिए लाइसेंस मिले हैं, ओडिशा समेत कई राज्यों में करोड़ों रुपये का टैक्स दिया जाता है।

100 वर्षों से पूरा परिवार कांग्रेस से जुड़ा हुआ है

कांग्रेस पिछले सौ वर्षों से राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के परिवार से जुड़ा हुआ है। धीरज साहू के दादा कांग्रेसी थे। जबकि पिता बलदेव साहू स्वतंत्रता सेनानी थे और उनके परिवार ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया, धीरज प्रसाद साहू युवावस्था में ही कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 1977 में उन्होंने अपना राजनीतिक करियर शुरू किया। लोहरदगा जिला युथ कांग्रेस में शामिल हुए और अपने बड़े भाई शिव प्रसाद साहू को बहुत मदद की।

धीरज प्रसाद साहू को कोई मुकदमा नहीं दर्ज किया गया है।

आयकर विभाग की छापेमारी के बाद सांसद धीरज प्रसाद साहू के बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है, लेकिन 2018 के राज्यसभा चुनाव में नामांकन के समय, उन्होंने निर्वाचन आयोग में अपनी संपत्ति को 34.33 करोड़ रुपये बताया था। धीरज साहू ने बताया कि उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है।