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Indian Railway : बजट 2024 में कोटा और नीमच के बिच रेल लाइन के लिए राशि मिलने की उम्मीद

Neemuch-Singoli-Kota-Neemuch Railway Line : नीमच-सिंगोली-कोटा-नीमच रेलवे लाइन का सर्वे करीब 7 करोड़ रुपए का खर्च हुआ था। सर्वे रिपोर्ट को पहले पश्चिम रेलवे और फिर रेलवे बोर्ड भेजा गया। स्थानीय जनप्रतिनिधि ने सर्वे रिपोर्ट पर अब तक कुछ नहीं किया है।

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Indian Railway : बजट 2024 में कोटा और नीमच के बिच रेल लाइन के लिए राशि मिलने की उम्मीद

Railway Line : नीमच. 2017–2018 में, रेलवे ने 7.09 करोड़ रुपये खर्च करके नीमच-सिंगोली-कोटा-नीमच रेल लाइन का सर्वे कराया था। रेल लाइन का परियोजना लगभग छह वर्ष बाद भी कागजों से बाहर नहीं निकल पाई है। रेलवे लाइन की शुरुआत से नीमच से कोटा की वर्तमान दूरी 110 किमी घट जाएगी। रेल परियोजना के पूरा होने से राजस्थान और मध्यप्रदेश के चार जिलों की छह तहसीलों के 325 से अधिक गांवों को सीधा लाभ मिलेगा। वहीं मंदसौर और नीमच के विद्यार्थियों को कोटा में अच्छी शिक्षा मिलेगी।

2014 में दी गई राशि

2014 के बजट में रेलवे बोर्ड ने टोकन बजट को मंजूरी दी और नई रेल लाइन सर्वे को मंजूरी दी। इसके बाद तीन वर्ष तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। 2017-18 में सर्वे कार्य शुरू किया गया था। इसमें दो साल भी लगे। करीब 7 करोड़ से अधिक खर्च किया गया।

-  योजना की मंजूरी 2014 के बजट में मिली थी। 
-  रेलवे ने सर्वे पूरा छह साल में किया।
- इस समय में नीमच से कोटा ट्रेन से 227 Km दूर है।
- 84 km करीब MP के हिस्से में रेल लाइन।
- 56 km करीब राजस्थान के हिस्से में रेल लाइन।

ये होगा इससे लाभ

वर्तमान में, नीमच से कोटा जाने वाली सभी ट्रेनें नीमच से चित्तौडगढ़ होकर 227 किमी का चक्कर लगाकर कोटा पहुंचती हैं। नई रेखा सीधे सिंगोली से कोटा तक जाती है। चंदेरिया-नीमच-रतलाम सेक्शन पर रेलवे पर यातायात का दबाव इससे कम होगा। इतना ही नहीं, माल परिवहन और रेलवे की आय दोनों में वृद्धि होगी। नई रेल लाइन से अधिक यात्री मिलेंगे। रेलवे को भी इंदौर से रतलाम-नीमच होकर दिल्ली तक नई ट्रेन चलाने में आसानी होगी क्योंकि 110 किमी की दूरी घट जाएगी।

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तब सांसद ने भेजा था प्रस्ताव

- समाजसेवी मेहबूब मेव ने 7 दिसंबर 2010 को नीमच - सिंगोली-कोटा रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव तत्कालीन सांसद मीनाक्षी नटराजन को दिया।

रेल मंत्रालय को 14 दिसंबर 2011 सांसद नटराजन ने प्रस्ताव बनाकर भेजा

रेलवे को 24 फरवरी 2012 को रेल राज्य मंत्री केएच मुनियमा ने कार्रवाई करने को कहा

 रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय मित्तल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 4 मार्च 2013 को इसके समर्थन में पत्र लिखा।

भरोसा मिला है

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसदीय क्षेत्र में रेलवे के सभी अधूरे प्रस्तावों पर चर्चा की है। इसमें नीमच-सिंगोली-कोटा-नीमच रेलवे परियोजना भी शामिल है। रेल मंत्री इस योजना पर गंभीर है। योजना को शुरू करने के लिए उन्होंने राशि मंजूर की है।

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