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Indian Railways : दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचने का लगेगा मात्र 3 घंटा, रेलवे कर रहा तगड़ा प्लान

Indian Railways : देश में एक और रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की प्‍लान‍िंग हो रही है। अब द‍िल्‍ली से अहमदाबाद के रूट पर भी बुलेट ट्रेन सेवा मिलने वाली है। यह इसे गुजरात का दूसरा हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्‍ट बना देगी। बता दें अब 12 घंटे नहीं, अब दिल्ली से अहमदाबाद के सिर्फ तीन घंटे लगेंगे। 

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Indian Railways : दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचने का लगेगा मात्र 3 घंटा, रेलवे कर रहा तगड़ा प्लान

The Chopal, Bullet Train Project : अगर आप भी अक्‍सर ट्रेनों से सफर करते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी. मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट का काम तेजी से चल रहा है. इस रूट पर बुलेट ट्रेन का संचालन 2026 में शुरू होने की उम्‍मीद है.

इसके साथ ही देश में एक और रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की प्‍लान‍िंग हो रही है. अब द‍िल्‍ली से अहमदाबाद के रूट पर भी बुलेट ट्रेन सेवा मिलने वाली है. यह इसे गुजरात का दूसरा हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्‍ट बना देगी. यह ऊंचे कॉरिडोर पर 250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलकर दोनों शहरों के बीच की दूरी को कवर करने वाले 12 घंटे के समय को घटाकर महज 3.5 घंटे कर देगी.

छह नई हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं का हिस्सा-

रेलवे की तरफ से दी गई फाइनल र‍िपोर्ट में कहा गया क‍ि प्रस्तावित ट्रेन हिम्मतनगर, उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, किशनगढ़, जयपुर, रेवाड़ी और मानेसर स्टेशन को कवर करेगी. आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में बीजेपी की तरफ से कहा गया क‍ि नॉर्थ, साउथ और ईस्‍ट में एक-एक बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी. अहमदाबाद-दिल्ली बुलेट ट्रेन, देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से बनाई गई छह नई हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं का हिस्सा है.

प्रोजेक्‍ट में तेजी लाने के लिए एर‍ियल सर्वे क‍िया गया-

सितंबर 2020 में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (NHSRC) ने रेलवे लाइन के अंतिम डिजाइन के लिए ब‍िड प्रोसेस शुरू क‍िया. इसमें एर‍ियल LiDAR सर्वे का इस्‍तेमाल क‍िया गया था. एर‍ियल सर्वे को प्रोजेक्‍ट में तेजी लाने के लिए क‍िया गया था. अब प्रोजेक्‍ट पर आख‍िरी अप्रूवल म‍िलने की उम्‍मीद है. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद और दिल्ली के बीच करीब 900 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को नौ घंटे तक कम कर देगा.

अधिग्रहण में लगता है सबसे ज्यादा समय-

रेलवे की तरफ से पटर‍ियों को मौजूदा रेलवे नेटवर्क के साथ तैयार क‍िया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि इस रास्ते को इसलिए चुना गया ताकि जमीन का अधिग्रहण काम कम से कम करना पड़े. इतने बड़े प्रोजेक्‍ट को लागू करने के ल‍िए जमीन अधिग्रहण में सबसे ज्यादा समय लगता है. इसमें कई तरह के मुकदमों का भी सामना करना होता है. टाइम्‍स ऑफ इंड‍िया में प्रकाश‍ित खबर के अनुसार ट्रेन सर्विस साबरमती स्टेशन से शुरू होगी, जहां पर सभी तरह के रास्ते आपस में मिलते हैं.

रास्ते में अहमदाबाद और दिल्ली स्टेशन के अलावा नौ बड़े स्टेशन होंगे. ट्रेन की रफ्तार 350 किमी प्रति घंटा तक रहने की उम्मीद है. ये ट्रेन गुजरात, राजस्थान और हरियाणा के कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर रुकेगी और फिर दिल्ली पहुंचेगी. वैसे, अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन सेवा जुलाई 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है.