UP के इस जिले में इनर रिंग रोड के लिए 35 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण
UP News: उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट पर बेहतरीन काम योगी सरकार की तरफ से किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अब इसी कड़ी में इनर रिंग रोड योजना के तहत 35 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जानी है। इस योजना के तहत लगभग 500 करोड रुपए का मुआवजा दिए जाने का अनुमान है।

Uttar Pradesh News : योगी सरकार रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए लगातार बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। इनर रिंग रोड योजना के तहत अब 35 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा और किसानों को करीब 500 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलने का अनुमान है।
इनर रिंग रोड योजना के पहले दो चरणों का काम जल्द शुरू होना चाहिए। इसके लिए अप्रैल में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। इनर रिंग रोड योजना (Inner Ring Road Project) के लिए लगभग 35 गांवों से जमीन मिलनी चाहिए। इनर रिंग रोड योजना के पहले दो चरणों का काम जल्द शुरू होना चाहिए। इसके लिए अप्रैल में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। इनर रिंग रोड योजना (Inner Ring Road Project) के लिए लगभग 35 गांवों से जमीन अधिग्रहण की जाएगी। इसके लिए मुआवजे का अनुमान लगभग पांच सौ करोड़ रुपये है।
सात अंडरपास, दो रेलवे पुल और तीन पुल बनाए जाएंगे
इनर रिंग रोड के पहले चरण के तीन फेज में 31.4 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है। बता दे की 15 किलोमीटर का काम अब तक समाप्त हो गया है। बता दे की 16.4 किलोमीटर के अतिरिक्त काम शुरू जल्द होने वाला हैं । पहले चरण में फूलपुर से करछना तक 23 किलोमीटर की सड़क, सात अंडरपास, दो रेलवे पुल और तीन पुल बनाए जाएंगे। इनमें से पहला गंगापार के झूंसी और दूसरा यमुनापार के नैनी को जोड़ेगा। रिंग रोड परियोजना के अंतर्गत झूंसी और नैनी के बीच एक और पुल भी प्रस्तावित है। दोनों पुल सिक्सलेन हैं। नए यमुना पुल और शास्त्री पुल पर वाहनों का दबाव इन पुलों के निर्माण से कम होगा। दोनों पुलों को मई और जून 2026 तक बनाया जाना है। यमुना नदी पर भी बक्शी गांव में एक पुल बनाया जाएगा। यह महाकुंभ से पहले शुरू किया गया था। 15 किलोमीटर का काम अब तक पूरा हो सका है। इनमें एक रेलवे ओवर ब्रिज और चार अंडर पास का काम पूरा हो चुका है।
45 गांवों से होकर गुजरेगा
प्रयागराज इनर रिंग रोड का पहला चरण तीन चरणों में 30 किलोमीटर का काम करेगा। पहला चरण लवायन कला से शुरू होकर सहसो बाईपास के पास एनएच-2 से जुड़ेगा, जिसमें 45 गांवों से होकर गुजरने वाली 29.466 किलोमीटर सड़क का निर्माण शामिल है। पहले चरण के तीनों फेज, जिसमें 65 किलोमीटर की रिंग रोड का निर्माण शामिल है, लगभग 3100 करोड़ रुपये का खर्च होगा। रिंग रोड के पहले चरण में तीनों चरणों का निर्माण चल रहा है। इनमें एक रेलवे पुल और 15 किलोमीटर की सड़क का काम पूरा हुआ है। इसके अलावा, अप्रैल महीने में अतिरिक्त निर्माण कार्यों के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।