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Noida में जेवर एयरपोर्ट के लिए इन 14 गांवों की जमीन होनी है अधिग्रहण, 42330 लोग होंगे प्रभावित

14 गांव की 1888 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है इन गांव में आबादी खेतों पर बने निर्माण के अलावा घरेलू, कॉमर्शियल, धार्मिक, शैक्षिक सभी भवन व संरचनाओं को मिलकर कुल 6248 निर्माण प्रभावित होंगे। इन्हें विस्थापित किया जायेगा
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Noida में जेवर एयरपोर्ट के लिए इन 14 गांवों की जमीन होनी है अधिग्रहण, 42330 लोग होंगे प्रभावित

The Chopal ( Noida ) गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय की सर्वे टीम ने नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे व चौथे चरण के लिए जेवर के गांवों की दो हजार हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण से पहले एसआईए (सामाजिक समाघत निर्धारण) की सर्वे रिपोर्ट मंगलवार को प्रशासन को सौंप दी है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक 14 गांव की जमीन अधिग्रहण के दौरान 11483 परिवार और उनके 42330 लोग प्रभावित होंगे।

अधिग्रहण के दौरान 1888 हेक्टेयर जमीन पर बने 6248 भवन (संरचनाएं) घरेलू व कॉर्मशियल व धार्मिक व शैक्षिक इमारतें भी प्रभावित होंगी। ड्रॉफ्ट रिपार्ट पर अगले सप्ताह से जनसुनवाई शुरू होगी। विशेषज्ञ समूह से रिपोर्ट पर मुहर लगने के बाद शासन से हरी झंडी मिलते ही अधिग्रहण की प्रकिया शुरू कर दी जायेगी।

जेवर में निर्माणाधीन नोएडा एयरपोर्ट के स्टेज 2 के दूसरे व तीसरे चरण के विस्तारीकरण के लिए जेवर के थोरा की 583, खाजपुर की 272, नीमका की 301, रामनेर की 213, किशोरपुर की 95, बनवारीवास की 84, पारोही की 83, मुकीमपुर शिवारा की 74, जेवर बांगर की 63, साबौता मुस्तफाबाद की 51, अहमदपुर चौरोली की 28, दयानतपुर की 13, बंकापुर की 11 व रोही गांव की 10 सहित कुल 2053 हेक्टेयर जमीन का भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत किया जाना है।

जिसमें से 1888.90 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहण की जानी है बाकी जमीन सरकारी है। अधिग्रहण से पूर्व शासन की तरफ से प्रभावित लोगो का एसआईए सर्वे कराने की जिम्मेदारी गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय की 7 सदस्यीय टीम को सौंपी गई थी। टीम ने सभी गांव में अलग-अलग सर्वे कर 14 गांव के प्रभावित किसानों की रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है। जिस पर ग्रामीणों से अगले सप्ताह से आपत्तियां ली जाएंगी। आपत्तियों के निस्तारण के बाद विशेषज्ञ समूह की चर्चा के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

6248 भवन संरचनाएं होंगी प्रभावित

एसआईए सर्वे में जेवर के जिन 14 गांव की 1888 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है इन गांव में आबादी खेतों पर बने निर्माण के अलावा घरेलू, कॉमर्शियल, धार्मिक, शैक्षिक सभी भवन व संरचनाओं को मिलकर कुल 6248 निर्माण प्रभावित होंगे। इन्हें विस्थापित किया जायेगा। जिसमें 5841 भवन आवासीय हैं, 126 भवन कॉमर्शियल हैं, 240 भवन आवासीय और कॉमर्शियल दोनों तरह से प्रयोग हो रहे हैं। 41 भवनों का धार्मिक, शैक्षिक या अन्य गतिविधियों में प्रयोग हो रहा है।

18 से 35 वर्ष के युवा सबसे अधिक प्रभावित

सर्वे में सामने आया है कि 18 से 35 वर्ष की आयु के 45 प्रतिशत युवा परियोजना से प्रभावित हो रहे हैं। वहीं 35 से 60 वर्ष आयु के 29 प्रतिशत, 60 से 80 वर्ष आयु वर्ग के 25 प्रतिशत व 80 वर्ष से अधिक के मात्र 1 प्रतिशत लोग प्रभावित होंगे।

योजना से प्रभावित होने वाले लोगों का आंकड़ा

गांव बच्चे पुरुष महिलाएं कुल
थोरा 2106 3511 3157 8773
रामनेर 2260 3180 2929 8369

नीमका 552 767 808 2127

खाजपुर 870 1581 1502 3953

पारौही 389 634 599 1623

किशोरपुर 888 1221 1189 3298

बनवारीवास 820 1357 1392 3570

जेवर बांगर 327 749 628 1705

मुकीमपुर सिवारा 994 1050 876 2921

साबौंता 466 466 478 1410

चौरोली 257 478 378 1112

दयानतपुर 263 422 422 1106

रोही 133 236 233 602

बंकापुर 522 690 652 1864

कुल 10847 16343 15243 42433

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