The Chopal

बिहार में 275 किमी लंबे नए एक्सप्रेसवे की घोषणा से आसमान छूने लगे जमीन के रेट

Property Rate Hike : बिहार में पटना से पूर्णिया के बीच एक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय लिया है। एक्सप्रेसवे के बनने से भूमि मालिकों के साथ-साथ ब्रोकरों का भी बड़ा फायदा होने वाला है। पूर्णिया के साथ ही मधेपुरा और सहरसा समेत कई अन्य जिलों की जमीन कीमतों में इजाफा हुआ है।
   Follow Us On   follow Us on
बिहार में 275 किमी लंबे नए एक्सप्रेसवे की घोषणा से आसमान छूने लगे जमीन के रेट

Bihar News : सरकार ने बिहार में पटना से पूर्णिया के बीच एक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय लिया है। एक्सप्रेसवे के बनने से भूमि मालिकों के साथ-साथ ब्रोकरों का भी बड़ा फायदा होने वाला है। पूर्णिया के साथ ही मधेपुरा और सहरसा समेत कई अन्य जिलों की जमीन कीमतों में इजाफा हुआ है। जिसके चलते जमीन के ब्रोकर व्यस्त हो गए हैं और किसान जमीन को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। एक्सप्रेस वे के लिए जमीन सर्वे भी शुरू कर दिया गया है।

पटना से शुरू होने वाली पूर्णिया एक्सप्रेसवे पटना से समस्तीपुर तक पहुंचेगी, फिर दलसिंहसराय, रोसड़ा, सिमरी बख्तियारपुर, उदाकिशुनगंज होते हुए पूर्णिया तक जाएगी। स्मारक पर आने वाले सभी जगह भूमि की कीमतों में तेजी आई हैं। समस्तीपुर में सड़क से सटे बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की जमीन की कीमत भी 20 लाख बीघा से 50 लाख रुपये तक पहुंच गई है। जमीन की प्रकृति इसे निर्धारित करती है। इसमें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अधिक दरें मिलती हैं और गहरी जमीन में कम दरें मिलती हैं। अब समस्तीपुर शहर से या दलसिंहसराय और रोसड़ा से सटे एक्सप्रेसवे के आसपास की कीमतें चार लाख रुपये से 30 लाख रुपये तक बढ़ गई हैं।

 जमीन माफिया दे रहे, लोगों को धोखा

जब आप सहरसा जिले में प्रवेश करते हैं, आप देखेंगे कि सिमरी बख्तियारपुर के आसपास की जमीन कीमतें खगड़िया सहरसा बॉर्डर पर काफी ज्यादा बढ़ गई है। इस स्थान से कोशी क्षेत्र शुरू होता है और दो जिलों को जोड़ता है। यहां जमीन की कीमतों में बड़ा उछाल होने के बावजूद, चौर (निचले) इलाकों में जलजमाव रहता है। हालाँकि अभी तक यह नहीं बताया गया है कि वास्तव में यह एक्सप्रेसवे किस मार्ग से गुजरेगा, लेकिन जमीन माफिया लोगों को धोखा देकर ऊंची कीमतें वसूल रहे हैं। सिमरी बख्तियारपुर शहर के नजदीकी इलाकों में जमीन की कीमत 5 लाख से 50 लाख रुपये है। वहीं, एक कट्ठा में 2 लाख से 10 लाख रुपये मिल सकते हैं।

एक्सप्रेसवे बनने से आया, भूमि रेट में उछाल

इसके बाद, मधेपुरा जिले में प्रवेश करने के बाद यह उदाकिशुनगंज से पूर्णिया पहुंचता है। इस मार्ग पर भी कोसी का प्रकोप रहता है, लेकिन लोगों को एक्सप्रेसवे परियोजना से सुधार की उम्मीद है। यही कारण है कि यहां की कीमतें शहर के निकट या दूर होने से भी निर्भर करती हैं। उदाकिशुनगंज एक कस्बा है, लेकिन यह क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक स्थान है। ऐसे में, एक्सप्रेसवे रूट बनाने के बाद से ही क्षेत्र में 5 लाख कट्ठा से अधिक जमीन के रेट हुए है। हालाँकि खेती वाले क्षेत्र की कीमतों में अभी बहुत वृद्धि नहीं हुई है, मगर जमीन के ब्रोकर अब किसानों से सौदे करने लगे हैं।

पूर्णिया में अभी तक मार्ग नहीं हुआ, फाइनल

पूर्णिया जिले में बनने जा रही इस एक्सप्रेसवे का मार्ग अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन जिले में बनने जा रहे इस एक्सप्रेसवे से शहर में जमीन की कीमतों में पिछले 1 साल के मुकाबले 10 लाख रुपए का उछाल आया है। पुराने नगरों में जमीन की कीमतें पहले से ही काफी महंगी हैं। जिसके चलते मेन रोड पर जमीन मिलना काफी मुश्किल है। साथ ही, एक्सप्रेसवे रूट के ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन की कीमतें काफी बढ़ी हैं। जमीन की कीमतें, खासकर बिहारीगंज और बनमखी नगरों में, काफी बढ़ गई हैं।

अभी यात्रियों को लगेंगे, मात्र 3 घंटे

साल 2024 के आम बजट सत्र में पटना से पूर्णिया के बीच करीब 275 किलोमीटर लंबी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस हाईवे को बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके निर्माण कार्य के लिए 12600 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। अभी पटना से पूर्णिया तक जाने में करीब 6 से 7 घंटे लगते हैं। जोकि इस एक्सप्रेसवे के बनने से मात्र तीन घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

एक्सप्रेसवे पर बनेगें, 17 बड़े पुल और 6 आरओबी

यह एक्सप्रेसवे पटना, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा से होकर पूर्णिया तक जाएगा। इसको छह लेन बनाया जाएगा। इसी के साथ एक्सप्रेस वे में गति सीमा होने के कारण इसके दोनों साइड में दो लेन सर्विस रोड का निर्माण किया जाएगा। जिसकी सहायता से क्षेत्रीय लोग यात्रा कर सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे की सहायता से लोग अपनी यात्रा 3-4 घंटे में पूरा कर सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति 120 km/h होगी।  इसमें छह आरओबी और 17 बड़े पुल बनाए जाएंगे। अधिकारियों द्वारा एक्सप्रेसवे का डीपीआर बना लिया गया है और इससे जुड़ा आगे का काम जल्द शुरू किया जाएगा।