The Chopal

Liquor : थोड़ी बहुत रम सर्दियों में पीने के फायदे होगें या नुकसान, पीने वाले जरूर ध्यान में रखें ये बात

RUM in Winter : जब जाड़ा आता है, लोग अक्सर एक दूसरे को रम पीने की सलाह देते हैं, लेकिन आप अपने स्वास्थ्य के लिए इसका क्या फायदा है या क्या नुकसान? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
   Follow Us On   follow Us on
Liquor: Will there be advantages or disadvantages of drinking a little rum in winter? Drinkers must keep this in mind.

RUM in Winter :  सर्दियों में रम पीना आम बात है। इसे अल्कोहल ड्रिंक के साथ कई दावे किए गए हैं।रम की थोड़ी सी मात्रा आपके शरीर को गर्म कर सकती है क्योंकि शराब आपको गर्म करती है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के मौसम में बेहतरीन रम पी सकते हैं।

मांसपेशियों के दर्द में मददगार

सही मात्रा में रम पीने से मांसपेशियों में दर्द से भी छुटकारा मिल सकता है। आप शरीर के किसी भी हिस्से में बॉडी मसल पेन पा सकते हैं। गलत मांसपेशियों का पॉस्चर, अतिरिक्त आराम या एक्सरसाइज भी मांसपेशियों को दुखा सकता है।लेकिन आपको डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं या किसी सर्जरी से गुजरे हैं।

ये पढ़ें - कनाडा जाने वालों की हुई मौज, अब मिलेगा मात्र 7-10 दिनों में वीज़ा

हृदय रोग का खतरा कम (Heart Diseases)

रम हृदय रोग के खतरे को कम करती है. रम आपके खून को गाढ़ा होने से रोकती है, यानी उसे पतला करती है. लिहाजा यह सीमित मात्रा में ली जाए तो दिल को सेहतमंद बनाए रखने में भी मददगार साबित हो सकती है. अगर आप सही मात्रा में रम उचित पौष्टिक स्वल्पाहार के साथ लेते हैं तो दिल से जुड़ी बीमारियों से बच सकते हैं. लेकिन इसकी आदत से बचा जाना चाहिए. 

सर्दी जुकाम में असरदार

सर्दी के खराब मौसम (Common Cold) में नाक बंद हो जाना, नाक बहना जैसी जुकाम की समस्याएं भी हो जाती हैं. रम में एंटी माइक्रोब्रियल क्वॉलिटी भी होती है, जो खराब बैक्टीरिया को मारने का काम भी करती है. इसे गुनगुने पानी में लिया जा सकता है. मगर डॉक्टरी सलाह से ही इसे दवा की तरह लें. 

ये पढ़ें - 3 नए एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा Delhi-NCR, सफर में बचेगा आधा समय, एक का काम 2028 में होगा पूरा

शार्ट टर्म साइड इफेक्ट (Short Term Side Effects) 

आप रम रोजाना नियमित तौर पर लेते हैं तो शारीरिक स्वास्थ्य को परेशानी हो सकती है. लिहाजा ये सीमित मात्रा में दवा के तौर पर डॉक्टरी सलाह के बाद ही ली जाए तो बेहतर. 

आवाज में लड़खड़ाहट
ज्यादा थकावट महसूस होना
 डायरिया
 माइग्रेन
देखने और सुनने में समस्या
खून की कमी यानी एनीमिया
याददाश्त में कमी
मानसिक बुद्धिमत्ता पर असर

लांग टर्म साइड इफेक्ट (Long Term Side Effects) 

शरीर में विषाक्त तत्वों की अधिकता
यौन संबंधी समस्या
न्यूरोलॉजिकल प्राब्लम
 हाइपरटेंशन, स्ट्रोक, हृदय संबंधी समस्या
 ब्रेन डैमेज, अल्सर
कई तरह कैंसर की आशंका