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UP के इन 3 जिलों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज, प्रस्ताव मिलते ही निर्माण कार्य होगा शुरू

Medical College In UP : उत्तर प्रदेश के 3 जिलों में योगी सरकार जल्द ही 3 नये मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्माण करने जा रही है। प्रदेश में इन मेडिकल कॉलेज का निर्माण  बागपत, हाथरस व कासगंज किया जाएगा। इसके लिए सरकार नें कवायद शुरू कर दी है।

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UP के इन 3 जिलों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज, प्रस्ताव मिलते ही निर्माण कार्य होगा शुरू

UP Cabinet : उत्तर प्रदेश में 3 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना बनाई जा रही हैं। इनका निर्माण बागपत, हाथरस और कासगंज किया जाएगा। योगी सरकार ने इस परियोजना के लिए तैयारी शुरू कर दी है। अगली कैबिनेट की बैठक में इसका प्रस्ताव भेजने की तैयारी है। PPP मोड के वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) स्कीम के अंतर्गत बागपत, हाथरस और कासगंज में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी तरह अमेठी में स्वशासी कॉलेज का निर्माण कार्य 34 फीसदी तक पूरा हो चुका है। 

चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि इन कॉलेज निर्माण का केंद्र सरकार की वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) स्कीम के तहत इनका निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब प्रदेश में कुल 78 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। इनमें 43 सरकारी और 35 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। मऊ में पीपीपी मॉडल पर कल्पनाथ राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का निर्माणकार्य चल रहा है। 

सत्र 2025-26 में एमबीबीएस की 100-100 सीटों होगा दाखिला 

2025-26 में 100 सीटों के लिए आवेदन किया जाएगा। सत्र 2024-25 में बिजनौर, कुशीनगर, सुल्तानपुर, गोंडा, ललितपुर, लखीमपुर खीरी, चंदौली, बुलंदशहर, पीलीभीत, औरैया, कानपुर देहात और कौशांबी में स्वशासी मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं। उन्होंने बताया कि अब प्रदेश में कुल 78 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। इनमें 43 सरकारी और 35 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। सोनभद्र के मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने के लिए केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के समक्ष दूसरी बार अपील की गई हैं। 

उत्तर प्रदेश में बागपत हाथरस और कासगंज में इन तीनों मेडिकल कॉलेज के खुल जाने पर इलाके के छात्रों को बाहर दूसरी जगह डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई करने नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ही इलाके में आर्थिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। स्थानीय लोग कॉलेज के आसपास पीजी हॉस्टल और छोटी-मोटी दुकान खोलकर अपनी आजीविका चला सकेंगे। इस तरह इलाके के लोगों को रोजगार और व्यवसाय करने का मौका मिलेगा।