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NCR में 500 एकड़ में होगा मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण, दुर्लभ बीमारियों के मेडिकल उपकरण बनेंगे

UP News : उत्तर प्रदेश विकास के मामले में तेजी से विकसित हो रहा है। उत्तर प्रदेश के इस इलाके में अब मेडिकल डिवाइस पार्क 500 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। यहां पर निवेश करने के लिए 40 नई कंपनियों ने पंजीकरण करवाया है। इससे पार्क के स्थापित हो जाने के बाद रोजगार के नए अवसर लोगों को मिलेंगे और मेडिकल फैसिलिटी भी मिलेगी। मेडिकल डिवाइस पार्क में सभी दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से जुड़े मेडिकल उपकरण तैयार होंगे।

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NCR में 500 एकड़ में होगा मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण, दुर्लभ बीमारियों के मेडिकल उपकरण बनेंगे

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क का 500 एकड़ में निर्माण न सिर्फ प्रदेश के हेल्थ सेक्टर को मजबूत करेगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। 40 कंपनियों का पंजीकरण इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश विश्वास को दर्शाता है। अब ग्रेटर नोएडा सेक्टर-28 में 500 एकड़ में मेडिकल डिवाइस पार्क (एमडीपी) विकसित होगा। यहाँ निवेश करने के लिए चालिस नई कंपनियों ने पंजीकरण कराया है। यह कंपनियां गंभीर बीमारी से बचने वाले उपकरण बनाएंगे। 

गंभीर बीमारी से बचने वाले उपकरण बनेंगे 

अब ग्रेटर नोएडा सेक्टर-28 में 500 एकड़ में मेडिकल डिवाइस पार्क (एमडीपी) विकसित होगा। यहाँ निवेश करने के लिए चालिस नई कंपनियों ने पंजीकरण कराया है। यह कंपनियां गंभीर बीमारी से बचने वाले उपकरण बनाएंगे। यमुना प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा कि सेक्टर-28 में 350 एकड़ का मेडिकल डिवाइस पार्क बनाया जा रहा था, जो अब 500 एकड़ में बनाया जाएगा। अबतक, 74 कंपनियों को 179 एकड़ जमीन भी दी गई है। इनमें से 36 ने लीज डीड करा ली है और एक कंपनी का काम पूरा हो गया है, जबकि 11 अभी भी निर्माणाधीन है।

अब देश-विदेश की चालिस नई कंपनियां एमडीपी में निवेश करने के लिए भी पंजीकरण कर चुकी हैं। बता दें कि मई के अंत में एयरपोर्ट से उड़ान होगी। यमुना सिटी में एयरपोर्ट शुरू होने के बाद औद्योगिक क्षेत्रों में गतिविधियां बढ़ेंगी। ऐसे में मेडिकल डिवाइस पार्क में अधिक से अधिक निवेश का मौका मिल रहा है। यहां एफडीआई के तहत निवेश करने वाली कंपनियों को पॉलिसी के तहत 75 प्रतिशत जमीन सब्सिडी, रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए दो करोड़ रुपये, पांच साल के लिए पीएफ और 100 करोड़ रुपये कैपिटल सब्सिडी के अलावा अन्य लाभ मिलेंगे। सभी दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से जुड़े मेडिकल उपकरण मेडिकल डिवाइस पार्क में तैयार होंगे।

अंतरराष्ट्रीय निर्भरता कम होगी

सभी दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से जुड़े मेडिकल उपकरण मेडिकल डिवाइस पार्क में तैयार होंगे। यहां कैंसर के रोगियों के लिए उपकरण भी बनाए जाएंगे। इसमें फोटॉन और रेडियो थेरेपी, एंजियोप्लास्टीश, स्टंट, सिटी स्कैन और एमआरआई के उपकरण भी शामिल हो सकेंगे। यमुना सिटी को इससे कई हजार करोड़ का निवेश मिलेगा।

ये सुविधाएँ उपलब्ध होंगी

प्राधिकरण ने मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन टूलिंग रूम, रैपिड प्रोटो टाइपिंग एंड टूलिंग, मेकाट्रोनिक जोन, इलेक्ट्रॉनिक एसेंबली फैसिलिटी, प्रशासनिक ऑफिस ब्लॉक, एक्सपोर्ट एंड प्रमोशन, इंक्यूबेशन सेंटर एंड एक्सीलेंस, कौशल विकास, कॉमन ऑफिस कॉम्प्लेक्स, शोरूम, सेक्रेटरी वेयर हाउस, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम एंड डिजाइन  फैसिलिटी, सेंसर टेस्टिंग आदि सुविधा दी जाएगी।

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