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UP News : यूपी के इस शहर में दूध की कीमत पहुंची सातवें आसमान, पहले मूल्य 80 रुपए अब 1000

बरेली जिले में बुखार के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। डेंगू के बहुत से मरीज अस्पतालों में हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू के रोगी को नियमित रूप से बकरी का दूध पिलाने से तीन दिन में प्लेटलेट की मात्रा बढ़ जाएगी। यही कारण है कि बकरी के दूध की मांग बढ़ी है।
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UP News: The price of milk reached the seventh sky in this city of UP, earlier the price was Rs 80, now it is Rs 1000.

The Chopal - हाल ही में बकरी के दूध की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। अब एक लीटर दूध की कीमत 1000 रुपये तक पहुंच गई है, जो सामान्य दिनों में 80 रुपये बिकता है। शहरवासी बकरी का दूध नहीं मिल रहा हैं। इसलिए लोग गांवों में घूम रहे हैं। शहर के कई डेयरी से दूध लाकर महंगा बेच रहे हैं। डेंगू के मरीजों का बढ़ना बकरी के दूध की कीमतों में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है। दरअसल, आम लोगों और आयुर्वेद के कुछ विद्वानों का मानना है कि बकरी का दूध पीने से प्लेटलेट्स बढ़ते हैं।

बरेली जिले में बुखार के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। डेंगू के बहुत से मरीज अस्पतालों में हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू के रोगी को नियमित रूप से बकरी का दूध पिलाने से तीन दिन में प्लेटलेट की मात्रा बढ़ जाएगी। यही कारण है कि बकरी के दूध की मांग बढ़ी है। डेंगू रोगियों के परिजन बकरी का दूध संजीवनी बूटी की तरह खोज रहे हैं। वर्तमान में बकरी का दूध प्रति लीटर 1000 रुपये तक बिक रहा है। शहर में बकरी पालने वाले बहुत कम लोग हैं। कारण यह है कि आज भी गांवों में बकरी पालन की जाती है, लोग गांव जाकर बकरी का दूध लाते हैं।

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डेयरी वाले भी कमाएंगे 

शहर के लोग डेयरी से ही बकरी का दूध खरीदते हैं। ऐसे में वे डेयरी से एक-दो लीटर दूध लाकर गिलास से अपने यहां बेचते हैं। 300 से 400 रुपये के बीच एक गिलास दूध का मूल्य है। रोगियों के परिजन दूध खरीदते हैं। शहरों में सिर्फ गाय और भैंस का दूध आसानी से मिलता है, लेकिन बकरी का दूध बहुत दुर्लभ है।

आयुर्वेदिक चिकित्सक ने कहा कि बकरी का दूध फायदेमंद है 

मिथिला हॉस्पिटल और श्रीकांत नर्सिग होम के डाक्टर विशाल अग्रवाल का कहना है कि डेंगू के रोगी के लिए बकरी का दूध भी बहुत फायदेमंद है। नियमित रूप से कीवी फल खाएं। प्रीबायोटिक बकरी का दूध जल्दी पचता है। बकरी का दूध कई तरह से फायदेमंद है। यह बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर है।

बकरी पालन करने वालों के दिन बदले 

भुता के वेदपाल ने बताया कि उनके पास चार बकरी हैं, जिनमें से तीन दूध देती हैं। दोनों बार लगभग तीन लीटर दूध निकलता है। यह परिवार भी बुखार से पीड़ित दो लोगों को दूध पिलाता है। शहर से एक-दो लोग आकर दूध ले जाते हैं। मीरानपुर कटरा के रामबाबू बताते हैं कि बकरी के दूध की मांग इस समय बढ़ी हुई है। वर्तमान में उनका दूध 800 से 1000 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, क्योंकि उनके पास कई बकरी हैं।

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