आम आदमी को महंगाई के मोर्चे पर लगा बड़ा झटका, मदर डेयरी ने किया दूध की कीमतों में इजाफा
Milk Price Hike: मडर डेयरी ने दूध की लागत बढ़ा दी है। ग्राहकों को अब प्रति लीटर दूध के लिए दो रुपये ज्यादा देना होगा। बुधवार से नई दरें लागू होंगी। कम्पनी का दावा है कि गर्मी और हीटवेव ने पशुओं का दूध उत्पादन कम किया है।

The Chopal : महंगाई ने आम आदमी को एक और झटका दिया है। मडर डेयरी ने दूध की लागत बढ़ा दी है। ग्राहकों को वर्तमान दर से 2 रुपये प्रति लीटर अधिक देना होगा। बुधवार से नई कीमतें लागू हो गईं। दिल्ली-एनसीआर सहित देश भर के सभी राज्यों में नए दरें लाभदायक होंगी। दिल्ली-एनसीआर में मडर डेयरी हर दिन लगभग 35 लाख लीटर दूध बेचती है।
मडर डेयरी ने अपनी कीमतें क्यों बढ़ा दीं?
कंपनी का कहना है कि किसानों से दूध लेने की लागत में चार से पांच रुपये का इजाफा हुआ है, इसलिए कीमतें बढ़ी हैं। देश भर में गर्मी के सीजन की जल्दी शुरुआत और कई राज्यों में जारी हीटवेव, जिससे पशुओं का दूध उत्पादन घट गया है, इसकी सबसे बड़ी वजह है।
कौन-सी वैरायटी की कीमतें बढ़ी?
पाउच टोन्ड मिल्क की कीमत 56 रुपये से 57 रुपये हो गई। फुल क्रीम दूध का पाउच 68 से 69 रुपये प्रति लीटर हुआ हैं। डबल टोन्ड दूध 49 से 51 रुपये प्रति लीटर था, जबकि गाय का दूध 57 से 59 रुपये प्रति लीटर हो गया हैं। बिना पैक के टोन्ड दूध का मूल्य 54 से 56 रुपये प्रति लीटर था।
कम्पनी ने क्या स्पष्ट किया?
मदर डेयरी ने कहा कि कंपनी आंशिक रूप से ग्राहकों पर बोझ डालती है। ग्राहकों का मूल्य दो रुपये बढ़ा है क्योंकि लागत चार से पांच रुपये बढ़ी है। कंपनी चाहती है कि किसानों को उनकी लागत का उचित मूल्य मिल सके। साथ ही, ग्राहकों को निरंतर उच्च गुणवत्ता का दूध मिलता रहेगा। दूध की कीमत बढ़ने से अधिकांश लोगों को इसका असर पता चलेगा। दूध की लागत बढ़ने से दूध से बनने वाले उत्पादों की कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे घरेलू बजट प्रभावित होगा। इसके साथ ही बुजुर्गों और बच्चों का पोषण प्रभावित होगा। दूध की लागत बढ़ने से कुछ परिवार इसका उपभोग कम कर देंगे। साथ ही सरकार पर कीमतों को नियंत्रित करने का दबाव डाला जाएगा।