The Chopal

दिल्ली के पास अब आएगा सिंगापुर वाला मजा, इन 3 शहरों की जमीन पर बसेगी न्यू सिटी

New City in NCR: न्यू नोएडा, जो जल्द ही एनसीआर का सबसे बड़ा शहर बनने वाला है, में निवेश और नौकरी के शानदार मौके आने वाले हैं। इस नए शहर के लिए एक हजार करोड़ रुपये का आंतरिक बजट मंजूर हुआ है। दिल्ली से सिर्फ ४० किलोमीटर की दूरी पर इसका निवास होगा। वहीं इसे सिंगापुरी शैली में बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन का अनुपात निर्धारित है।

   Follow Us On   follow Us on
दिल्ली के पास अब आएगा सिंगापुर वाला मजा, इन 3 शहरों की जमीन पर बसेगी न्यू सिटी

New city in NCR: सिंगापुर और शिकागो जैसे शहर की फील अपने देश में भी मिलने जा रही है। दिल्ली से सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर सिंगापुर की तरह एक नया शहर बनाया जा रहा है। इस शहर को एनसीआर के तीन बड़े शहरों की जमीन पर बनाया जाएगा, इसके लिए 84 गांवों की जमीन दी जाएगी। बताया जा रहा है कि यह एनसीआर का सबसे बेहतरीन और योजनाबद्ध शहर होगा। इस शहर में निवेश और रोजगार के शानदार मौके भी हैं।

यह सिटी नोएडा, दादरी और बुलंदशहर के 84 गांवों को मिलाकर बनाया जाएगा। अभी तक, इसका नाम दादरी नोएडा गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (DAGR) होगा। न्यू नोएडा नामक शहर का डिजाइन सिंगापुर की तरह होगा। मंगलवार को हुई बैठक में शहर के लिए मास्टर प्लान 2041 के लिए एक हजार करोड़ रुपये का आंतरिक बजट पास किया गया।

ये पढ़ें - Summer : गर्मियों में इन सब्जियों की फसल होती है जल्दी तैयार, किसान होंगे मालामाल

कैसा होगा ये शहर..

शहर की आवासीय, औद्योगिक, हरियाली और आधुनिक तकनीक से लैस यातायात की सभी नवीन सुविधाएं वैसी होंगी जैसे दुनिया के चुनिंदा बड़े शहरों में होती हैं। एनसीआर के अन्य शहरों को यहां से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होने वाले इस शहर की बैठक आद्योगिक विकास आयुक्त और नोएडा प्राधिकरण के अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई।

कितनी जमीन किसके लिए होगी तय..

नया नोएडा खासतौर से आर्थिक क्षेत्र को विकसित करने के लिए बनाया गया है। कुल जमीन का 41 प्रतिशत उद्योगों, 11.5 प्रतिशत आवासीय, 17 प्रतिशत हरियाली और मनोरंजन, 15.5 प्रतिशत सड़क, 9 प्रतिशत संस्थागत और 4.5 प्रतिशत कमर्शियल संपत्ति के लिए उपयोग किया जाएगा। नए नोएडा में कर्मचारियों को भी आवास मिलेगा। ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी के लिए घर बनाए जाएंगे। उच्च शिक्षा के लिए नए नोएडा में मेडिकल पैरामेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।

इसलिए होगा ये NCR का बेस्‍ट शहर

नए नोएडा के विजन में, गौड़ ग्रुप के चेयरमैन और क्रेडाई एनसीआर के अध् यक्ष मनोज गौड़ ने बताया कि उद्योगों, कार्यालयों, विश्वविद्यालयों और आवासीय क्षेत्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ मानकों के अनुसार जमीन निर्धारित की गई है। यदि शहर इस तरह बसता है तो वह निश्चित रूप से अपने आवासीय, औद्योगिक और व्यावसायिक उद्धेश्यों को पूरा करेगा।

क्यों है नए नोएडा को बसाने की जरुरत

नोएडा का 95% से अधिक हिस्सा विकसित हो गया है नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से सटे कुछ क्षेत्रों को ही विकसित करना बाकी है। शहर को बढ़ाने के लिए अब जमीन नहीं बची है। नया नोएडा को आर्थिक क्षेत्र को बढ़ावा देना चाहिए। वहीं, दिल्ली और एनसीआर में लोगों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में वहां पर कुछ जगह भी रहने के लिए आरक्षित है। मिग् सन ग्रुप के MD यश मिगलानी ने कहा कि नए नोएडा एनसीआर के अन्य शहरों से बेहतर होगा। यह नया शहर दिल्ली-एनसीआर की भीड़भाड़ से दूर लोगों को तेजी से आकर्षित करेगा, जिससे क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा।

4 जोन में बसेगा ये शहर

नए नोएडा को साउथ, ईस्ट, वेस्ट और नार्थ क्षेत्रों में बनाया जाएगा। DNGN 20 हजार हेक्टेयर में फैलाया जाएगा। हर क्षेत्र में एक व्यापार हब बनाने की योजना है। यहां प्रस्तावित सड़क और रेलवे लाइन मुबंई, देश की आर्थिक राजधानी, से सीधे जुड़ेगा। साथ ही न्यू नोएडा कच्चा माल और मशीनरी के लिए कोलकाता और लुधियाना से जुड़ जाएगा। ASEA ग्रुप के अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि न्यू नोएडा में बहुत सारी संभावनाएं हैं। 360-डिग्री विकास, जो आवासीय, औद्योगिक और कमर्शियल क्षेत्रों को शामिल करता है, इसे निवेशकों, कंपनियों और निवासियों के लिए एक आकर्षक केंद्र बनाता है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में निवेश निश्चित रूप से बढ़ेगा।

ये पढ़ें - केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान, अब किसान से खरीददार तक सीधे पहुंचेगी फसल

साथ ही, साया ग्रुप के सीएमडी विकास भसीन ने कहा कि न्यू नोएडा की वृद्धि पूरे क्षेत्र को प्रभावित करेगी। नोएडा की जनसंख्या की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए यह महत्वाकांक्षी परियोजना उद्योगों, कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और आवासीय क्षेत्रों को शामिल करेगी। नए नोएडा का भविष्य आशाजनक और दिलचस्प होगा।