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MP में बनेगा नया डैम, 5-6 किलोमीटर जल संग्रह से कई गांवों के किसानों और खेतों को फायदा

MP News : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए ऐतिहासिक खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश में नया डैम बनाया जाएगा जिससे कई गांव के किसानों की जमीन को पानी मिलेगा। जिससे किसानों को पूरे वर्ष फसल की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। खासकर गर्मी में किसानों को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

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MP में बनेगा नया डैम, 5-6 किलोमीटर जल संग्रह से कई गांवों के किसानों और खेतों को फायदा

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए ऐतिहासिक और सुखद है। नया डैम बनने से किसानों को साल भर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध रहेगा, जिससे न केवल फसल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। मध्य प्रदेश के नागदा क्षेत्र के किसानों को राहत मिली है। मध्य प्रदेश सरकार ने कुडेल नदी पर बोरदिया डैम बनाने की अनुमति दी है। इस डैम के बनने से बारह गांवों की लगभग 300 हेक्टेयर जमीन सिंचाई की जा सकेगी। डैम बनने के बाद चार से पांच किलोमीटर तक जल संग्रह रहेगा, जिससे किसानों को पूरे वर्ष फसल की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। खासकर गर्मी में किसानों को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। एमपी सरकार ने कुडेल नदी पर बोरदिया डैम बनाने की अनुमति दी है। नागदा क्षेत्र के किसानों के लिए यह डैम एक वरदान साबित हो सकता है।

निर्माण लागत 4.25 करोड़

बोरदिया डैम का निर्माण चार करोड़ बीस लाख रुपये का होगा। इसमें लगभग 1 मिलियन क्यूबिक फीट या 1 एमसीएफटी पानी होगा। डैम लगभग 80 मीटर लंबा होगा और 5.3 मीटर ऊंचा होगा। 12 गांवों के किसान इससे लाभ उठाएंगे और इससे सिंचाई क्षेत्र में बड़ा विस्तार होगा।

भूमिपूजन में उपस्थित जनप्रतिनिधि

रविवार को बोरदिया डैम का भूमिपूजन हुआ। भाजपा के अन्य नेताओं में उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, नागदा-खाचरौद विधायक डॉ. तेजबहादुरसिंह चौहान और भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश धाकड़ शामिल थे। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट भी कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, लेकिन उनका दौरा ऐन वक्त पर रद्द कर दिया गया। भूमिपूजन समारोह में सांसदों और विधायकों ने प्रदेश की भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि भाजपा सरकार ही सफलतापूर्वक किसी भी विकास कार्य को ठान सकती है।

कुडेल नदी पर पहले से बनाए गए सात डैम

कुडेल नदी क्षेत्र में पहले से ही सात डैम लगाए गए हैं। इन डैमों की मदद से जल संरक्षण बढ़ा है और यह नदी क्षेत्र की सबसे छोटी नदी है। ऊंचाहेड़ा क्षेत्र में कुडेल नदी पर पहला डैम रेलवे ने बनाया था। लोहचितारा के प्रमुख भाजपा नेता सत्यनारायण जटिया ने इसके बाद अपनी सांसद निधि से दूसरा डैम बनाया। 2013 से 2018 के बीच पांच अतिरिक्त डैमों की स्वीकृति हुई। इनमें से पहला डैम आलोट विधानसभा क्षेत्र के नाथूखेड़ी गांव में बनाया गया था। दूसरा डैम गोठड़ा माताजी क्षेत्र में 3.61 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जो 210 हेक्टेयर जमीन को सिंचित करेगा। 5.07 करोड़ रुपये की लागत से बना तीसरा गोठड़ा माताजी डैम 290 हेक्टेयर जमीन को पानी देगा। 1.68 करोड़ रुपये की लागत से ब्राह्मणखेड़ी में चौथा डैम बनाया गया था, जिससे 165 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिला।

पूर्व मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी

नवोदय विद्यालय के उद्घाटन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बोरदिया डैम की भी घोषणा की। इस डैम के निर्माण से सिंचाई क्षेत्र और बढ़ेगा। श्रृंखलाबद्ध कुडेल नदी डैम के निर्माण से 1500 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की क्षमता बढ़ गई है। इसके अलावा, जलस्तर भी बहुत सुधर गया है। इस क्षेत्र में जलस्तर पहले 1000 फीट से नीचे था, लेकिन अब बहुत अच्छा है।

इन गांवों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा

बोरदिया डैम का निर्माण नागदा विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों को सीधे लाभ देगा। इनमें रुनखेड़ा, बोरदिया, थडोदा, दीपाखेड़ी, खंडवा, बटलावदी, नरेडीपाता, नरेडी हनुमानजी, पानवासा, भांडला, बेहलोला, घुडायन आदि गांव शामिल हैं।