UP में 57 गांवों से निकलेगा नया एक्सप्रेसवे, जुड़ेंगे गंगा यमुना किनारे के जिले
UP News : उत्तर प्रदेश में यातायात कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए पिछले कुछ सालों में योगी सरकार की तरफ से बेहतरीन कदम उठाए गए है। उत्तर प्रदेश के में गंगा एक्सप्रेसवे को एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इसके लिए लिंक एक्सप्रेस वे 57 गांवों से होकर गुजरने वाला है।

Uttar Pradesh News : योगी सरकार के नेतृत्व में रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए 240 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने की योजना बनाई गई है। यह परियोजना प्रदेश के पांच जिलों से होकर गुजरेगी, जिससे सैकड़ों गांवों को सीधा लाभ मिलेगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए 76 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। साथ ही, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सहित अन्य एक्सप्रेस-वे के सुदृढ़ीकरण के लिए बड़ी राशि दी गई है।
जेवर एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए बुलंदशहर से नया एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। सरकार ने इस परियोजना के लिए एक हजार करोड़ रुपये का बजट रखा है। 24 किलोमीटर पहले, यमुना एक्सप्रेसवे से इसे जोड़ा जाएगा। इसका अनुमानित खर्च 4415 करोड़ रुपये होगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से बुलंदशहर और मेरठ के लोग जेवर एयरपोर्ट को आसानी से पहुंच सकेंगे। साथ ही इस एक्सप्रेस-वे से पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से आने वाले लोगों को फायदा मिलेगा।
57 गांवों से होकर निकलेगा एक्सप्रेसवे
नया लिंक एक्सप्रेसवे नोएडा और बुलंदशहर के 57 गांवों से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेसवे के बनने से नोएडा, बुलंदशहर और मेरठ के लोगों को फायदा तो होगा ही साथ ही नोएडा से प्रयागराज जाने में भी सुविधा होगी. नोएडा से बुलंदशहर होते हुए मेरठ तक जाने वाले इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 4 हजार करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. माना जा रहा है कि गंगा एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद इसमें तेजी आएगी.
एक्सप्रेसवे के लिए जमीन चिन्हित
नोएडा और बुलंदशहर के 57 गांवों की जमीन इस प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे के लिए चिन्हित की गई है. एक्सप्रेसवे के लिए 1000 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी. यह जमीन किसानों से खरीदी जाएगी या अधिग्रहीत होगी.
17 गांव गौतमबुद्ध नगर के
लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे के 44 किमी प्वाइंट से शुरू होगा. यह बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के 68 गांवों से होकर गुजरेगा. इसमें 17 गांव गौतमबुद्ध नगर और तीन गांव न्यू नोएडा में हैं.
76 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेस-वे बनेगा
लिंक एक्सप्रेस-वे करीब 76 किलोमीटर लंबा होगा और जेवर एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा। गंगा एक्सप्रेसवे इसका अंतिम बिंदु होगा। प्रदेश के बीच वर्तमान में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे चल रहे हैं, जो पश्चिम से पूर्व की ओर चल रहे हैं। फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। ऐसे में जेवर एयरपोर्ट, जो यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाया जा रहा है, को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले लोग आसानी से राज्य के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंच सकते हैं, क्योंकि सभी एक्सप्रेस-वे को एक दूसरे से जोड़ने वाले लिंक एक्सप्रेस-वे हैं।
बुंदेलखंड, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर ई-वे हब बनाया जाएगा
बजट में 12 ई-वे हब बनाए जाएंगे, जो बुंदेलखंड और पूर्वांचल एक्सप्रेस-बे पर बढ़ रहे ट्रैफिक को देखेंगे। इसके लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर चार स्थान और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आठ स्थान निर्धारित किए गए हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर ई-वे हब बनाने के लिए बजट में 72 करोड़ रुपये और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 144 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।
800 करोड़ रुपये से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का सुधार
बजट में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को सुदृढ़ करने के लिए 800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस धन से एक्सप्रेस-वे की कुछ कमियों को दूर कर इसे और बेहतर बनाया जाएगा। साथ ही, एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने के लिए 10 से 10 करोड़ रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है।