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UP समेत 3 राज्यों में बनेगा नया एक्सप्रेसवे, यूपी के इन 3 जिलों में 111 गावों का जमीन अधिग्रहण

उत्तर प्रदेश बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा. जिसका फायदा यूपी और बिहार को सबसे ज्यादा मिलेगा.
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Gorakhpur To Siliguri Expressway : भारत में कई एक्सप्रेसवे का निर्माण हो चुका है इसके साथ-साथ सड़कों का जाल भी बिछाया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में एक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. जिसके लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक बनेगा. भारतमाला परियोजना के अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा के समानांतर बना रहे इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के तैयार होने जाने के बाद यूपी के गोरखपुर जिले और बंगाल के सिलीगुड़ी के बीच की दूरी मात्र 519 किलोमीटर तक रह जाएगी.

Gorakhpur To Siliguri Expressway : भारत में कई एक्सप्रेसवे का निर्माण हो चुका है इसके साथ-साथ सड़कों का जाल भी बिछाया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में एक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. जिसके लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक बनेगा. भारतमाला परियोजना के अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा के समानांतर बना रहे इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के तैयार होने जाने के बाद यूपी के गोरखपुर जिले और बंगाल के सिलीगुड़ी के बीच की दूरी मात्र 519 किलोमीटर तक रह जाएगी.

वर्तमान समय में इन दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने के लिए 15 घंटे का समय लगता है. इसका कारण यह है कि वर्तमान समय में गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक जाने के लिए कोई सीधी सड़क नहीं है. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद यदि आप कार से सुबह 7 बजे चलेंगे तो दोपहर 3 बजे सिलीगुड़ी पहुंच जाएंगे. 

इस एक्सप्रेसवे से सिलीगुड़ी से दिल्ली और यूपी के प्रमुख शहरों की यात्रा आरामदायक हो जाएगी. इस परियोजना का फायदा सबसे ज्यादा बिहार को मिलेगा. बिहार के उत्तरी एरिया के अलग-अलग जिलों में आर्थिक और रोजगार जैसी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. इस एक्सप्रेसवे परियोजना में 32000 करोड रुपए खर्च होंगे. 

यह होगा गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का रूट 

यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल तीन राज्यों को गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का फायदा मिलेगा. 416.2 किलोमीटर बिहार, 84.3 किलोमीटर उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 18.97 किलोमीटर एक्सप्रेसवे गुजरेगा. गोरखपुर, देवरिया कुशीनगर तीन जिलों की 111 गांव की जमीन का अधिग्रहण इस एक्सप्रेसवे के लिए किया गया है.