UP के इस जिले में बनेगा नया फोर लेन हाईवे, 1490 करोड़ की लागत, तैयार की जा रही डीपीआर
UP Highway : बनारस से सटे जिलों को जोड़ने और दूरी कम करने के लिए प्रस्तावित आउटर रिंग रोड को शासन से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। पहले चरण में चंदौली जिले में 29 किलोमीटर फोरलेन सड़क बनाने के लिए 1490.28 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
लोक निर्माण विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग का कहना है कि शासन ने इस माह में बजट देने का भरोसा दिया है। वहीं, अन्य जिलों की सड़कों के लिए फाइनल डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। इसे 15 दिन के अंदर शासन को भेजना है।
आउटर रिंग रोड की लंबाई करीब 300 किलोमीटर होगी। ऊर्जा व नगर विकास एवं शहरी समग्र विकास मंत्री एके शर्मा के प्रस्ताव पर 24 मार्च को बनारस दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सहमति जताने पर लोक निर्माण विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।
तैयार की जा रही डीपीआर
आउटर रिंग रोड में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़कों को कनेक्ट करते हुए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। इससे कई जिलों की दूरी कम होने के साथ श्रद्धालुओं का सफर आसान हो जाएगा।
आसपास जिले के श्रद्धालु अपने वाहनों से दर्शन-पूजन करने पहुंच रहे हैं, इन्हें लंबी दूरी तय करते हुए कई जिलों से होकर काशी पहुंचना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो और वे एक ही दिन में दर्शन-पूजन कर लौट जाएं, इसके लिए शासन ने परिवहन व्यवस्था और सुगम करने का निर्णय लिया है।
इन मार्गों से जुड़ेगा आउटर रिंग रोड
राष्ट्रीय राजमार्ग, चुनार से मीरजापुर-एनएच-35, मीरजापुर से भदोही, जौनपुर होते हुए औराई-एनएच-135 ए, गाजीपुर से जमनिया होते सैयदराजा-एनएच-24
उत्तर प्रदेश राज्य मार्ग जौनपुर से लालगंज-एसएच-66ए, लालगंज से सादात-एमडीआर-153ई, सादात से गाजीपुर (जखनिया-गाजीपुर मार्ग), चकिया से चुनार (चकिया से अहरौरा मार्ग), चकिया से सैयदराजा ग्रीन फील्ड मार्ग का विकास
चकिया से सैयदराजा मार्ग
कार्यदायी संस्था-लोक निर्माण विभाग योजना की लागत-1490.28 करोड़
सड़क की लंबाई-28.95 किमी
सड़क निर्माण-848.63 करोड़
जमीन क्रय-573.65 करोड़
यूटिलिटी शिफ्टिंग-15 करोड़
वन विभाग-18 करोड़
पुनर्वसन लागत-35 करोड़
फोरलेन के साथ होगी सर्विस रोड
आउटर रिंग रोड फिलहाल फोरलेन बनाई जाएगी। उसके साथ सर्विस रोड भी बनेगी जिससे दुर्घटनाएं नहीं हों। हालांकि, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया सिक्सलेन की जाएगी जिससे भविष्य में जरूरत पड़ने पर फोरलेन सड़क को सिक्सलेन किया जा सके।
आउटर रिंग रोड को जिले के प्रमुख सड़कों से जोड़ा जाएगा जिससे राहगीर को लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़े। यदि जिले को जोड़ने वाली सड़क एक लेन है तो उसे दो लेन बनाकर आउटर रिंग रोड से जोड़ा जाएगा।
होटल, रेस्टोरेंट और पार्किंग बनेगी आउटर रिंग रोड पर यात्रियों की सुविधा को देखते हुए होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, चाय-पान की दुकान, होटल, गेस्ट हाउस, पेट्रोल पंप और बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी। आउटर रिंग रोड की लंबाई करीब 300 किलोमीटर होगी, ऐसे में कई स्थानों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था होगी जिससे चालक कुछ देर आराम कर सकें। इससे दुर्घटनाएं होने की संभावना कम होगी।