UP के 85 गांवों से निकलेगी नई रेल लाइन, जमीन अधिग्रहण से किसानों की होगी मौज
UP News : उत्तर प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। प्रदेश में नई रेलवे लाइनों के निर्माण को तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इस महत्त्वपूर्ण रेलवे परियोजना के तहत दो तहसीलों के 85 गांवों में किसानों से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई है।
Uttar Pradesh News: सरकार ने उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइनों को तेजी से बनाया है। प्रदेश में एक और रेलवे लाइन का निर्माण तेजी से हो रहा है। इस नई रेलवे लाइन पर दो स्टेशन बनाए जाएंगे। रेलवे नेटवर्क का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है। उत्तर प्रदेश में सरकारी प्रयासों से रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से विकसित हो रहा है। यह 240 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन खलीलाबाद से बहराइच तक फैलेगी, जिसे अक्टूबर 2018 में मंजूरी मिली थी. इस परियोजना का अनुमानित बजट ₹4940 करोड़ है और इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. यह नई रेल लाइन उत्तर प्रदेश के रेलवे नेटवर्क के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस रेलवे लाइन को बनाने के लिए दो तहसीलों के 85 गांवों के किसानों से जमीन अधिग्रहण किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में रेलवे लाइनों की निर्माण प्रक्रिया की तेज गति
यह परियोजना बांसी और डुमरियागंज तहसीलों के 85 गांवों के किसानों से जमीन का अधिग्रहण कर रही है. बांसी तहसील के अधिकांश गांव इस अधिग्रहण से प्रभावित होंगे. कुछ गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जिससे निर्माण कार्य में तेजी आई है. वर्तमान में, खलीलाबाद-बहराइच रेलवे लाइन का काम तेज गति से चल रहा है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्य की प्रगति देखकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह है.
अब खलीलाबाद-बहराइच रेलवे लाइन की गति तेज हो गई है। इस रेलवे परियोजना में बांसी और खेसरहा में स्टेशन बनाने का टेंडर कार्य पूरा हो गया है। रेल लाइन बिछाने और खेसरहा स्टेशन निर्माण स्थल पर वर्तमान में तेजी से मिट्टी पटाई का काम चल रहा है। रेलवे लाइन को बिछाने के लिए गिट्टी और पटरी बिछाने के लिए क्रास बोल्डर भी हैं। रेल लाइन निर्माण कार्य की तेजी देखकर स्थानीय ग्रामीण क्षेत्रों में उत्साह है।
बांसी और डुमरियागंज क्षेत्रों से रेलवे ट्रैक गुजरेगा
2018 अक्टूबर में, खलीलाबाद से बहराइच तक 240 किमी की एक नई रेल लाइन को मंजूरी दी गई। 4940 करोड़ रुपये इस परियोजना का बजट है। लक्ष्य 2026 में पूरा होना चाहिए। नई रेलवे लाइन बांसी और डुमरियागंज जिलों से गुजरेगी, इसलिए 85 गांवों के किसानों से जमीन की मांग की जाएगी। इसमें बांसी तहसील के अधिकांश गांवों से किसानों की जमीन शामिल है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया कुछ गांवों में अंतिम चरण में है।
इस नई रेल लाइन पर दो नए स्टेशन बनाए जा रहे हैं
* बांसी स्टेशन: यह छितौना और कोल्हुआ चकवा ग्रामसभाओं के बीच, गौरी गांव के पास बनाया जाएगा.
* खेसरहा स्टेशन: खेसरहा में भी एक स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है.
स्टेशनों का निर्माण और तेजी से बिछाई जा रही रेल लाइन
खेसरहा स्टेशन निर्माण स्थल पर और बतसा व पीड़िया गांव के बीच प्रस्तावित रेलवे स्टेशन के लिए मिट्टी पटाई का काम तेजी से चल रहा है. रेल लाइन और स्टेशन बनाने के लिए 10 से 12 फीट की ऊंचाई पर मिट्टी पाटी जा रही है. रेलवे लाइन बिछाने के लिए बतसा, औसानगाढ़ा और भलुहा गांवों में गिट्टी और पटरी के लिए क्रॉस बोल्डर भी बोल्डर गिराए गए हैं। जिससे काम में और तेजी आ रही है। उत्तर प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का यह विस्तार न केवल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
