UP के 7 गांवों से गुजरेगी नई रेलवे लाइन, जमीन अधिग्रहण की तैयारियां, किसानों की हुई मौज
New Railway Line In UP : उत्तर प्रदेश में नई रेल लाइन के लिए 7 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इससे सैकड़ों किसानों का फायदा होगा। रेल लाइन बिछाने के लिए रेलवे 7 गांव के लगभग 400 किसानों की जमीन अधिग्रहण होने वाली है। इसके लिए राजस्व विभाग इन किसानों को जमीन का मुआवजा देने के लिए जल्द ही नोटिस जारी कर रहा है।

New Railway Line In Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के सैकड़ों किसानों की बल्ले-बल्ले होने वाली है। यहां नई रेल लाइन के लिए 7 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। दरअसल, दिल्ली-हावड़ा मेन रेल खंड से ताड़ीघाट-मऊ रेल लाइन को जोड़ा जाएगा। जिसके लिए भदौरा से सोनवल तक उसिया होते हुए 11.10 किमी नई त्रिभुजाकार रेल लाइन बिछाने के लिए रेलवे 7 गांव के लगभग 100 अराजी के 300 किसानों की जमीन अधिग्रहण होने वाला है।
किसानों की जमीन का मुआवजा
इस योजना को जमीन पर उतारने के लिए सेवराई तहसील के राजस्व विभाग इन किसानों को जमीन का मुआवजा लेने के लिए नोटिस जारी कर रहा है। अब तक 10 किसानों की पत्रावली भुगतान के लिए तहसील से जिला मुख्यालय भेजी गई है। वहीं, राजस्व विभाग ने 37,83,530 रुपये प्रतिकर धनराशि का ऐलान किया है। हालांकि, नई रेल लाइन के लिए उसिया गांव के किसानों की ज्यादातर जमीन अधिग्रहित होगी।
7 गांव के किसानों को नोटिस
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भदौरा स्टेशन और दिलदार नगर-ताड़ीघाट लाइन के नए क्रॉसिंग स्टेशन करमा 11.10 किमी के बीच सरफेश ट्रॅगल बनाने के लिए उसिया, दिलदारनगर, रक्सहां,कर्मा और बहुआरा गांव के लगभग 100 अराजी के 300 किसानों की जमीन को रेलवे अधिग्रहित करने वाला है। इसके लिए इन सभी गांव के किसानों को नोटिस दिया जा रहा है। इस नोटिस में किसानों को बताया गया है कि नोटिस प्राप्ति के दिन से 60 दिन बाद उस जमीन से आपका कब्जा हटा कर रेल मंत्रालय को सौंप दिया जाएगा।
कब शुरू होगी कागजी कार्रवाई?
मुआवजा मिलने के लिए संबंधित दस्तावेज और इस आशय का शपथ पत्र कि यह जमीन बंधक, विवाद रहित और सभी अधिभारों से मुक्त हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्षेत्रीय लेखपाल को उपलब्ध कराएं, जिससे आपके अंश के मुताबिक प्रतिकर की धनराशि ई-पेमेंट के जरिए आपके बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी। सत्यापन के बाद जिन किसानों की जमीन को रेलवे से अधिग्रहण किया जा रहा है। उन किसानों को नोटिस भेजा जा रहा है। मुआवजा पाने के लिए किसान जरुरी कागजी कार्रवाई शुरू कर देंगे।
हावड़ा रूट की ट्रेनें भरेंगी फर्राटा
लगभग 10 किसानों के पत्रावली को पेमेंट के लिए जिला मुख्यालय भेजी जा चुकी है। पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर दानापुर रेल मंडल से ताड़ीघाट ब्रांच लाइन को दिल्ली-हावड़ा मेन रेल खंड से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी गई है। अब भदौरा से उसिया और नई रेलवे क्रॉसिंग कर्मा होते हुए सोनवल को नई रेल लाइन बिछेगी। यह रेल लाइन त्रिभुज (ट्रैंगल ) आकार की होगी। रेलवे से प्रकाशित गजट की मानें तो कर्मा होते हुए एक रेल लाइन देहवल गांव के पास दिल्ली-हावड़ा मेन रेल खंड से जुड़ेगी, जिस पर हावड़ा रूट की ट्रेनें फर्राटा भरेंगी।
नए रेल लाइन बिछाने की कार्य योजना
रिपोर्ट्स की मानें तो ताड़ीघाट ब्रांच लाइन को दिल्ली-हावड़ा मेन रेल खंड से जोड़ने की दिशा में पहले ब्रांच लाइन के सरहुला से दिलदारनगर बाईपास रेलवे फाटक तक ब्रांच लाइन को जोड़ने के लिए सर्वे किया गया था, लेकिन मकानों की ज्यादा संख्या होने के बाद विभाग ने भदौरा से सोनवल तक नए रेल लाइन बिछाने की कार्य योजना बनाई है। ताड़ीघाट ब्रांच लाइन के मऊ रेल खंड से जुड़ने के बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
जुलाई 2024 में हुआ था सर्वे
मऊ से सोनवल होते हुए हावड़ा को जाने वाली ट्रेनों को दिल्ली हावड़ा मेन रेल खंड से जोड़ने के लिए भदौरा से सोनवल को नई रेल लाइन बिछेगी। इस रेल लाइन के जुड़ने के बाद सीधे ट्रेनें दिलदारनगर की बजाय पटना-हावड़ा के लिए संचालित होंगी। नए रेलवे लाइन बिछाने के लिए दानापुर मंडल के सिविल विभाग की दो टीमों ने जुलाई 2024 में सर्वे किया गया था। टीम भदौरा से सर्वे करते हुए दिलदारनगर बाईपास रोड से पहले भदौरा-दिलदारनगर रोड पर पहुंच गई थी। सर्वे का काम वायरलेस मोड़ तक हुआ।