UP के इस जिले में बसेगी नई टाउनशिप, किसानों से होगा जमीन अधिग्रहण
UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में शासन की तरफ से नई टाउनशिप बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में नई टाउनशिप परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। टाउनशिप को सौ करोड़ रुपये दिए गए हैं। भूमि अधिग्रहण की तैयारियां भी अब शुरू हो गई हैं।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में नई टाउनशिप परियोजना के लिए प्रशासन ने 100 करोड़ रुपये का बजट दिया है और जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। स्थानीय निवासियों को बेहतर सुविधाएं देने वाले आवासीय और वाणिज्यिक ढांचे का विकास इस परियोजना से होगा। रामपुर विकास प्राधिकरण की नई टाउनशिप के लिए अब प्रशासनिक कवायद तेज हो गई है। टाउनशिप (Township) को सौ करोड़ रुपये मिल गए हैं। भूमि अधिग्रहण भी अब शुरू हो गया है। किसानों ने जमीन के अधिग्रहण पर सहमति बनानी शुरू कर दी है। अफसरों का मानना है कि किसानों से बातचीत के आधार पर जल्द ही जमीन अधिगृहीत की जाएगी।
18 साल बाद पहली टाउनशिप बनने जा रही
रामपुर में विकास प्राधिकरण की स्थापना के 18 साल बाद पहली टाउनशिप बनने जा रही है। टाउनशिप को पिछले महीने हाउसिंग कमिश्नर और प्रमुख सचिव आवास ने मंजूरी दी थी। शहर में आरडीए ने मध्य आवासीय योजना का निर्माण प्रस्तावित किया है, जिसमें रामपुर-शाहबाद रोड, मुरादाबाद-बरेली रोड और रामपुर-नैनीताल रोड शामिल हैं, जो अगले दस वर्षों में पूरा होना चाहिए। यह शहरी गांव पहाड़ी, भमरौआ, बढ़पुरा शर्की और ताशका में स्थित है। यहाँ जमीन अधिग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है।
जमीन अधिग्रहण
बता दे की 65.6345 हेक्टेयर किसानों की जमीन को अधिग्रहण करने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है। राजस्व विभाग ने एक टीम बनाई है जो इस काम को करेगी। बता द एकी Sardar तहसील टीमों ने किसानों को एकजुट करने का प्रयास किया है। टाउनशिप को भी 100 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है।
कहाँ जमीन अधिग्रहण होगा?
उत्तर प्रदेश में इस टाउनशिप के लिए 65.6345 हेक्टेयर निजी जमीन का अधिकरण किया जाएगा इसके अलावा 3.2342 हेक्टेयर सरकारी जमीन अधिकृत होगी. जमीन अधिग्रहण पर कुल 291 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे इसके अलावा टाउनशिप पर 300 करोड रुपए विकास पर खर्च होंगे. टाउनशिप का निर्माण तेज हो गया है। शासन स्तर पर जमीन अधिग्रहण के लिए सौ रुपये की अनुमति दी गई है। कैबिनेट की बैठक के बाद भी यह धनराशि मिलेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
यहां बसेगी कॉलोनी
पहाड़ी, भमरौआ, बढ़पुरा शर्की और ताशका