Bihar में अब जिसके नाम जमाबंदी, वही बेच सकेंगे संबंधित जमीन, देखें ज्यादा जानकरी
Bihar News : सरकार ने बिहार में जमीन की खरीद-बिक्री पर नए कानून बनाए हैं। अब जमीन को बेचने का अधिकार सिर्फ उस व्यक्ति को होगा जिसका नाम जमाबंदी है। इस निर्णय से पूर्वजों के नाम पर जमाबंदी वाली जमीन की बिक्री पूरी तरह से रोक दी गई है। जमाबंदी के लिए अब कैम्प बनाए जाएंगे।

Bihar Jamin Registry : जिनके नाम से बिहार में जमीन की जमाबंदी होगी, वे ही इस जमीन की बिक्री कर सकेंगे। सरकारी नए नियम से जमीन की खरीद-बिक्री घटी है। वास्तव में, जमीन की खरीद-बिक्री बिना जमाबंदी के ही चल रही थी। यह फर्जीवाड़ा भी था। अब सरकार इस ओर देख रही है। सरकार के निर्देश पर पंचायत वार सप्ताह ने जमीन की जमाबंदी करने के लिए तीन दिन के शिविर लगाने का फैसला किया है।
तीन दिन लगेगा विशेष शिविर
विक्रेता या दानकर्ता के नाम से जमाबंदी कायम होने पर ही संबंधित भूमि और संपत्ति का निबंधन किया जाएगा, जैसा कि डीएम मनेश कुमार मीणा ने पत्र में बताया है। वर्तमान परिस्थिति में, पारिवारिक बंटवारा के लिए वंशावली तैयार करने के लिए पंचायत भवन/ग्राम कचहरी और सामुदायिक भवन में सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, बुधवार और शुक्रवार को विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा. इस शिविर में सभी अंचलों में निर्मित जमाबंदी में छूटे हुए खाता, खेसरा, रकवा और लगान को अद्यतन किया जाएगा।
सीओ शिविर का करेंगे पर्यवेक्षण
डीएम ने सभी सीओ को शिविर में उपस्थित रहने और वहाँ होने वाले कामों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। शिविर में सीओ के प्रवेश को भी खारिज करेंगे। मौके पर परिमार्जन के लिए आवेदन मिलेंगे। सीओ और राजस्व कर्मी इसके लिए जिम्मेदार हैं। डीएम ने कहा कि सरपंच वंशावली बनाएंगे। अगर वे नहीं करते, तो राजस्व कर्मी वंशावली बनाएंगे। राजस्व कर्मियों द्वारा बनाई गई वंशावली केवल दाखिल खारिज, जमाबंदी में छूटे हुए खाता, खेसरा और लगान को अद्यतन करने में प्रयोग की जाएगी। राजस्व कर्मचारी वंशावली में इसका उल्लेख करेंगे कि इसका उपयोग उक्त पदों के अलावा किसी अन्य पद पर नहीं किया जाएगा।
लोगों को जागरूक करने का निर्देश
एडीएम मनीष शर्मा ने बताया कि सभी सीओ को निर्देश दिए गए हैं कि वे तिथिवार को आयोजित इस विशेष शिविर का निरीक्षण कर जो भी आवेदन प्राप्त होते हैं, उनका सत्यापन कर उन्हें तुरंत निष्पादन करना सुनिश्चित करें। स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर भी प्रचार करेंगे।
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