अब बताए किसी भी भाषा में अपनी समस्या, झट से यह ऐप करेगा समाधान के साथ इलाज

कोरोनावायरस की महामारी के बाद, स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार नवीनतम खोजें हो रही हैं। तकनीक और प्रौद्योगिकी इस काम में काफी फायदेमंद साबित हो रही है।
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The Chopal - कोरोनावायरस की महामारी के बाद, स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार नवीनतम खोजें हो रही हैं। तकनीक और प्रौद्योगिकी इस काम में काफी फायदेमंद साबित हो रही है। ट्रिपल आईटी प्रयागराज के वैज्ञानिकों ने ऐसा सॉफ्टवेयर और AI-आधारित एप बनाया है जो किसी को बता सकता है कि वह किस बीमारी से पीड़ित हो सकता है। एप बीमारी का उपचार बताने के अलावा उसे डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है या नहीं भी बताएगा।

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एप स्थानीय भाषा में प्रश्न पूछेगा

नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशंस (डीएसटी) का एक प्रोजेक्ट है, आईटी ब्रांच के प्रो. बृजेंद्र सिंह ने बताया। इस एप में गले, फेफड़े और कोरोना के लक्षण और उपचार हैं। एप पर व्यक्ति को अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। फिर एप व्यक्ति से स्थानीय भाषा में उनकी समस्या पूछेगा। मरीज इस पर अपनी भाषा में कठिनाई बताएगा। एप व्यक्ति की समस्या को देखेगा। उसने फिर रोग का नाम बताया और इसकी वर्तमान स्थिति बताई।

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दवा और परीक्षण के बारे में बताएगा

प्रो. बृजेद्र ने कहा कि एप में कोविड, फेफड़े और गले से जुड़ी बीमारियों की WHO और आयुष मंत्रालय से निर्धारित दवाओं के नाम हैं। एप समस्या के अनुसार दवा का उपयोग बताएगा। डॉक्टर को देखने और जांच कराने का भी सुझाव देगा अगर जरूरत होगी। प्रो. सिंह ने कहा कि यह भारत सरकार का आरोग्य सेतु ऐप से बहुत अलग है। एक मोबाइल नंबर से कई लोग इस एप में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यह ऐप बीमार व्यक्ति से उनकी स्थिति को देखते हुए कई प्रश्न पूछ सकता है। जबकि आरोग्य सेतु एप में सिर्फ एक मोबाइल नंबर से पंजीकरण किया जा सकता है।

मौसमी बीमारियों को सचेत करेगा

प्रो. सिंह ने बताया कि मेडिकल कंडीशन एनॉलिसिस और ट्रीटमेंट सजेशन के लिए फैमिली मेडिकल हिस्ट्री को इस ऐप से जोड़ने के लिए शोध कार्य चल रहा है। आगे चलकर, यह ऐप टेली मेडिसीन में काफी प्रभावी साबित होगा।