The Chopal

UP में अब इन लोगों को भी मिलेगा व्यक्तिगत शादी अनुदान, राशि भी अब बढ़ाकर दी जाएगी

UP News : उत्तर प्रदेश में शादी अनुदान को लेकर बड़ी खबर सामने आई हैं। यूपी में अन इन लोगों को मिलेगा शादी अनुदान का फायदा होगा। अब जिन लोगों की प्रतिवर्ष आय के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। इस योजना के  तहत मिलने वाली राशि भी अब बढ़ाकर दी जाएगी। पढ़ें पूरी खबर 

   Follow Us On   follow Us on
UP में अब इन लोगों को भी मिलेगा व्यक्तिगत शादी अनुदान, राशि भी अब बढ़ाकर दी जाएगी

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में शादी अनुदान को लेकर बड़ी खबर सामने आई हैं। यूपी में अन इन लोगों को मिलेगा शादी अनुदान का फायदा होगा। अब जिन लोगों की प्रतिवर्ष आय के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा।  जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी श्रद्धा मिश्रा ने कहा कि शादी अनुदान योजना के लिए आवेदक की आय गरीबी रेखा के नीचे होनी चाहिए। शहरी क्षेत्र में 54460 प्रति वर्ष था, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 46080 प्रति वर्ष था। शासन द्वारा संशोधित शासनादेश के अनुसार, शादी अनुदान योजना में शहरी या ग्रामीण क्षेत्रों में आवेदक की वार्षिक आय एक लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।

प्रदेश में व्यक्तिगत शादी अनुदान का लाभ लेने वालों के लिए सालाना आयसीमा को एक लाख रुपये करने का प्रस्ताव है। इस योजना का फायदा सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को मिल सकता है।

प्रदेश में व्यक्तिगत शादी अनुदान का लाभ लेने वालों के लिए सालाना आयसीमा को एक लाख रुपये करने का प्रस्ताव है। इस योजना का फायदा सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को मिल सकता है। योजना का लक्ष्य भी 20 हजार रुपये से 35 हजार रुपये करना है।

पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान में, व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना का लाभ उन्हीं परिवारों को मिलता है, जिनकी सालाना आमदनी ग्रामीण क्षेत्र में 46080 रुपये से कम है और शहरी क्षेत्र में 56460 रुपये से कम है। वर्तमान आयसीमा कम होने के कारण बहुत से महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। शासन स्तर पर ही आयसीमा बढ़ाने के विभाग के प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय होना चाहिए।

योजना में गरीब कन्याओं की शादी के लिए एकमुश्त धनराशि दी जानी चाहिए। वर्तमान में कन्या को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 35 हजार रुपये मिलते हैं। इसलिए सामूहिक विवाह कार्यक्रम की लागत को व्यक्तिगत विवाह अनुदान की लागत के बराबर करने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। यहां बता दें कि व्यक्तिगत शादी अनुदान कार्यक्रम के लिए 150 करोड़ रुपये का निवेश है।