Gorakhpur में जमीन अधिग्रहण से इस गांव के लोग हुए परेशान, बिच से निकलेगी रेलवे लाइन
UP News, Gorakhpur: सहजनवां-दोहरीघाट रेल मार्ग के जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया से गोला तहसील के मऊ बुजुर्ग गांव में रहने वाले लगभग 1000 लोगों की नींद उड़ गई है। सर्वे के बाद जमीन अधिग्रहण के लिए जारी किया गया नोटिफिकेशन में 14 गाटा की सूची है, जिन पर लोगों के पुश्तैनी घर बने हुए हैं। इसके अलावा, दो नंबरों में देवताओं का स्थान है। योजनाबद्ध लाइन के दोनों ओर लोग रहते हैं, जो भविष्य में ट्रेनों की आवाजाही को परेशान करेगा। एक गाँव के लोग दो भागों में होंगे। परेशान ग्रामीणों ने एक अधिवक्ता से बातचीत की है, जिन्होंने प्रशासन को अपनी आपत्ति व्यक्त करने का सुझाव दिया है।
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सहजनवां-दोहरीघाट रेल मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द शुरू करने की मांग है। इसका कारण यह है कि इस लाइन के किनारे ही धुरियापार का एक नया औद्योगिक क्षेत्र बन रहा है। अदाणी समूह को सीमेंट फैक्टरी के लिए जमीन इस प्रस्तावित लाइन के किनारे ही दी जानी चाहिए। इसलिए सहजनवा और गोला तहसील प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण की सूचना दी है।
गांव के पूर्व प्रधान नारायण दूबे ने बताया कि पहले सर्वे ने बताया कि नई लाइन लोगों के घर के करीब से गुजर रही थी। उस समय आपत्ति हुई, इसलिए हम लोगों ने अफसरों से कहा कि इस लाइन को लोगों से थोड़ा और दूर किया जाए। बाद में, दूसरे सर्वे में यह लाइन लोगों के घर के बीच से गुजरती है। इसके लिए करीब दस दिन पहले गुपचुप सूचना भी दी गई। जब लोगों को इसकी जानकारी मिली, तो सभी हैरान रह गए।
ग्रामीणों का कहना है कि नई लाइन जिस स्थान पर गणेश गौड़ के मकान बनाए गए हैं, उसी से नई लाइन गुजरेगी: त्रियुगी नाथ दुबे, अनूप कुमार दुबे, आशुतोष दुबे, राम गुलाम दुबे, रामाश्रय दुबे, बुद्धिसागर दुबे, अरविंद दुबे, दीप नारायण दुबे, रामदास दुबे, ओंकार दुबे, विजय कुमार दुबे, वीरेंद्र दुबे, अरुण दुबे, योग इन घरों को तोड़ना होगा। साथ ही गाँव के एक ओर डीह स्थान और दूसरी ओर मां काली देवी का स्थान भी तोड़ना होगा। जिनके घर टूट जाएंगे, वे तो परेशान होंगे ही; बाकी लोगों की चिंता यह है कि घर के ठीक सामने से रेलवे लाइन गुजरेगी, जो हर दिन तनाव पैदा करेगी।
शनिवार को परेशान ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान प्रसिद्ध नारायण दुबे को एसडीएम को प्रार्थना पत्र सौंपा। अपने प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि पिछले सर्वे में आबादी के बाहर से लाइन बिछाने का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन वर्तमान सर्वे में आबादी के बीच से रेल लाइन बिछाने का मुद्दा उठाया गया है। ऐसे में गांववासी इस सर्वे के बाद बहुत परेशान हैं।
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ग्रामीणों ने ऐसी शिकायत चार-पांच दिन पहले की थी। उन्हें बताया गया कि रेलवे लाइन की कोई जानकारी नहीं है। अधिसूचना में ही बताया गया है कि किसी को आपत्ति होने पर शिकायत सक्षम प्राधिकारी या विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी के पास दर्ज कर सकते हैं। शिकायतों का समाधान होने के बाद अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होती है।
नोटिफिकेशन जारी करने का उद्देश्य है कि लोग अधिग्रहण से संबंधित मामलों की पहले ही जानकारी प्राप्त करें और सक्षम अधिकारी के सामने अपनी आपत्ति व्यक्त करें। शिकायतों की जांच और समाधान के बाद नया नोटिफिकेशन फिर से जारी किया जाता है। यही कारण है कि लोगों को अपनी आपित्तयां दर्ज करनी चाहिए, ताकि उनका निस्तारण किया जा सके।