इन देशी ऐप्स की बढ़ी परेशानी, गूगल की प्ले स्टोर बिलिंग नीतियों पर याचिका हुई खारिज
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The Chopal (New Delhi) : हाल ही में गूगल प्ले स्टोर से कई भारतीय ऐप्स को हटा दिया गया है, जिसकी वजह गूगल की नई बिलिंग पॉलिसी है। अब ऐप्स को दोबारा लिस्ट किया गया है, लेकिन ऐप डेवलपर्स के पास अभी भी कठिनाई है। कंपनियों ने गूगल की नवीनतम बिलिंग नीति के खिलाफ याचिकाएं दीं, लेकिन CCI ने इसे खारिज कर दिया।
भारतीय ऐप डिवेलपर्स ने कहा कि गूगल की नई प्ले स्टोर नीति प्रतिस्पर्धा के खिलाफ है। इस पॉलिसी में कहा गया है कि प्ले स्टोर में किसी भी तरह का भुगतान 11 प्रतिशत से 26 प्रतिशत तक की फीस देगा। CCI ने बुधवार को इसका विरोध करते हुए चार याचिकाएं खारिज कर दीं।
Google ने 120 दिनों का समय दिया
1 मार्च को, सॉफ्टवेयर कंपनी गूगल ने दस भारतीय ऐप्स को अपने एंड्रॉयड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम में ऐप्स डाउनलोड करने का आधिकारिक विकल्प देने वाले अपने प्ले स्टोर से हटा दिया था। अचानक हुए इस संकट के बाद कंपनियां न्यायालय गईं और ऐप्स को फिर से लिस्ट कर दीं। नई नीति को लागू करने के लिए Google ने इन ऐप्स को 120 दिनों का समय दिया है।
इन कंपनियों ने अपील की
लेकिन कंपनियां अभी भी इन बदलावों से खुश नहीं हैं और इन्हें लागू नहीं करना चाहते हैं। अनुपम मित्तल की पीपल इंटरएक्टिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मेबिगो लैब्स, इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन (IBDF) और इंडियन डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री फाउंडेशन (IDMIF) इनके खिलाफ याचिका दर्ज कर रहे हैं।
CCI का कहना है कि गूगल की नवीनतम नीति की जांच अभी भी जारी है, लेकिन याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट से प्रस्तावित अंतरिम राहत देने के लिए आवश्यक शर्तों को पूरा नहीं कर सके हैं।
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