UP में पुलिस वाले नहीं बोल सकेंगे अब झूठ, नई पहल के तहत होगी कड़ी कार्रवाई
UP News : उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एसपी ने पुलिस कर्मचारियों को नियंत्रित करने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है। पुलिस वाहनों में GPS सिस्टम लगाया गया है। अब पुलिसकर्मियों को अगर वे अपनी ड्यूटी की जगह गलत दिखाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Uttar Pradseh News : उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मचारियों को अब अपने अधिकारियों से अब झूठ नहीं बोल सकेंगे। इसके लिए वाहनों में GPS सिस्टम लगाया जाता है। ताकि गाड़ी को लोकेशन पर ट्रैक किया जा सके। वास्तव में, उन्नाव के एसपी ने जिले में कार्यरत सभी पुलिसकर्मियों को नियंत्रित करने के लिए सभी गाड़ियों में GPS सिस्टम लगाने की नवीनतम कोशिश की है। पुलिसकर्मियों को अब गाड़ी के स्थान से ट्रैक किया जा सकेगा। इसके अलावा, जीपीएस पुलिस पर पूरी तरह से निगरानी रखेगा।
उन्नाव एसपी ने जिले में पुलिसकर्मियों को नियंत्रित करने के लिए वाहनों में GPS सिस्टम लगाने का एक नया अभियान शुरू किया है। अब पुलिसकर्मियों को अगर वे अपनी ड्यूटी की जगह गलत दिखाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने जिले में 112 मोबाइल बाइकों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) लगाया है। जीपीएस पुलिसकर्मियों की गतिविधियों को देखेगा।
कुछ महीनों में कई शिकायतें आईं कि पुलिस कर्मी अपनी कर्तव्यों को पूरा करते हुए गलत जानकारी दे रहे हैं या गोलमोल जवाब दे रहे हैं। यह परिस्थिति पुलिस प्रणाली की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगा रही थी। इसलिए एसपी दीपक भूकर ने फैसला किया कि पुलिस की हर गतिविधि पर निगरानी रखी जाएगी और कोई अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
SP के निर्देश पर पहले जिले में 112 मोबाइल चौपहिया वाहन और 43 कार में GPS सिस्टम लगाए गए। इसके बाद, 27 वाहनों और 112 मोबाइल बाइकों में GPS सिस्टम लगाया गया है। जीपीएस को गाड़ी में लगाने का उद्देश्य यह है कि गाड़ी की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके। थाने के दूसरे मोबाइल और मुख्य गाड़ी में भी जीपीएस लगाया गया है।
इससे वास्तविक समय में पुलिसकर्मियों की उपस्थिति को ट्रैक किया जा सकेगा और पुलिसकर्मी फील्ड में हैं या नहीं। एसपी ने कहा, "हमारा उद्देश्य पुलिस व्यवस्था को अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाना है।"GPS हमें यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी के प्रति गंभीर हैं और सही तरीके से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। गलत स्थान देने पर तुरंत कार्रवाई होगी, ताकि लोगों का विश्वास बरकरार रहे। पुलिसकर्मियों को नई जिम्मेदारियों का अहसास होगा। उन्हें अपने काम के प्रति अधिक सतर्क और जिम्मेदार होना चाहिए। क्योंकि हर कदम पर नज़र रहेगी। इसका उद्देश्य पुलिसिंग में सुधार और अपराधों पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था।
पुलिस की कार्यशैली में पारदर्शिता आएगी
जीपीएस प्रणाली का भी लोगों ने स्वागत किया है। लोगों का मानना है कि इससे पुलिस की कार्यवाही पारदर्शी होगी और अपराध कम होंगे। यह भी पुलिस अधिकारियों के कामकाज में अनुशासन और सुधार लाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
जीपीएस अन्य जिलों में लग सकते हैं
नई व्यवस्था से पुलिसकर्मियों की कार्यशैली में सुधार और पुलिस प्रशासन की प्रभावशीलता में वृद्धि की उम्मीद है। SP की यह कार्रवाई अन्य जिलों को भी प्रेरित कर सकती है। जहां पुलिसिंग में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की जरूरत महसूस की जाती है।