The Chopal

आलू-टमाटर के मिलन से किसान का नया कारनामा, पैदा हुई नई सब्जी, लोग रह गए दंग

grafting of tomato with potato : आज के समय में विज्ञान काफी तरक्की कर चुका है. ऐसी-ऐसी चीजें देखने को मिलती है, जो कुछ समय पहले तक अकल्पनीय थी. भारत शुरू से ही कृषि प्रधान देश रहा है. यहां कई तरह के नाज, सब्जियां और फल उगाए जाते हैं. कई लोगों का गुजारा खेती-बाड़ी के जरिये होता है. पहले के समय में इस्तेमाल की जाने वाली किसानी पद्वति में भी कई बदलाव आए हैं.
   Follow Us On   follow Us on
आलू-टमाटर के मिलन से किसान का नया कारनामा, पैदा हुई नई सब्जी, लोग रह गए दंग

The Chopal, grafting of tomato with potato : आज के समय में विज्ञान काफी तरक्की कर चुका है. ऐसी-ऐसी चीजें देखने को मिलती है, जो कुछ समय पहले तक अकल्पनीय थी. भारत शुरू से ही कृषि प्रधान देश रहा है. यहां कई तरह के नाज, सब्जियां और फल उगाए जाते हैं. कई लोगों का गुजारा खेती-बाड़ी के जरिये होता है. पहले के समय में इस्तेमाल की जाने वाली किसानी पद्वति में भी कई बदलाव आए हैं. अब वैज्ञानिक किसानों को कम समय में ज्यादा मुनाफ़ा कमाने का मौका देने के लिए कई तरह के रिसर्च करती रहती है.

जहां पहले पारंपरिक तौर पर सब्जियां और फल उगाए जाते थे. इसमें उर्वरक डालकर पौधों की सिंचाई की जाती थी. अगर मौसम ने साथ दिया तो खेती अच्छी होती थी और अगर नहीं, तो किसानों का नुकसान हो जाता था. ऐसे में अब किसानों के लिए कई नई तकनीक ईजाद की जा चुकी है. इससे कम समय, कम लागत में किसान काफी तरक्की करते नजर आ रहे हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर किसानों को एक ही पौधे से आलू और टमाटर की खेती करने का तरीका बताया गया.

आलू-टमाटर का मिलन

सोशल मीडिया पर एक शख्स ने लोगों को पोमेटो उगाने का तरीका बताया. जी हां, पोटैटो और टोमेटो के मिलन से बना है ये पोमेटो. इसमें एक ही पौधे में किसान टमाटर और आलू उगा सकते हैं. इस तकनीक को ग्राफ्टिंग कहते हैं. इसमें आलू और टमाटर के पौधों की ग्राफ्टिंग की गई, जिससे ये यूनिक पौधे पैदा करवाए गए हैं. किसान इस एक पौधे से ही डेढ़ किलो आलू भी तोड़ सकते हैं और करीब दो किलो टमाटर भी.

किसानों की डबल इनकम

वीडियो में बताया गया कि इस पौधे की खेती करने से किसानों को डबल मुनाफ़ा होगा. एक ही समय में वो दो सब्जियां ऊगा सकेंगे. हालांकि, जैसे ही ये वीडियो शेयर किया गया, लोगों ने इसपर नेगेटिव कमेंट्स भी शुरू कर दिए. कई ने लिखा कि नेचर से ऐसे छेड़छाड़ का अंजाम ठीक नहीं होगा. वहीं कई ने लिखा कि ये मात्र ग्राफ्टिंग की गई है. ऐसा कई बार किया जाता है. अगर इससे किसानों को ज्यादा मुनाफ़ा हो रहा है तो इसमें बुराई क्या है?

ये पढ़ें - UP में घर लेना हुआ सस्ता, इन 7 शहरों में 10 हजार फ्लैट पर 42 प्रतिशत तक की छूट