हरियाणा के 8 जिलों की प्रॉपर्टी में बढ़ोतरी, 2 में सबसे ज्यादा महंगी हुई जमीन, जानिए नए रेट
Haryana News : प्रदेश सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी का बहुत बड़ा जरिया जमीन के कलेक्टर रेट होते हैं। सभी जिलों में वहां की जमीन की लोकेशन के हिसाब से उसके कलेक्टर रेट अलग-अलग निर्धारित किये जाते हैं। हरियाणा में इसी साल अप्रैल से बढ़े हुए कलेक्टर रेट लागू होने थे, लेकिन विधानसभा चुनाव की वजह से इन्हें लागू करने में देरी हुई है।

Haryana Land Circle Rates : हरियाणा में प्रॉपर्टी के कलेक्टर (सर्किल) रेट में बढ़ोतरी हो गई है। यह बढ़ोतरी एक दिसंबर से लागू होनी थी, मगर इस दिन रविवार होने की वजह से तहसीलों में कामकाज नहीं होता, इसलिए सोमवार से राज्य में प्रापर्टी के बढ़े हुए कलेक्टर रेट लागू हो जाएंगे। सबसे अधिक कलेक्टर रेट गुरुग्राम में बढ़े हैं, जहां 10 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि दूसरे नंबर पर फरीदाबाद है, जहां 10 से 20 प्रतिशत कलेक्टर रेट बढ़े हैं। इस रेट से कम पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो सकती।
प्रदेश सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी का बहुत बड़ा जरिया जमीन के कलेक्टर रेट होते हैं। सभी जिलों में वहां की जमीन की लोकेशन के हिसाब से उसके कलेक्टर रेट अलग-अलग निर्धारित किये जाते हैं। हरियाणा में इसी साल अप्रैल से बढ़े हुए कलेक्टर रेट लागू होने थे, लेकिन विधानसभा चुनाव की वजह से इन्हें लागू करने में देरी हुई है। हरियाणा के एनसीआर में शामिल रोहतक, बहादुरगढ़, पलवल, सोनीपत, पानीपत और करनाल में भी जमीन के कलेक्टर रेट काफी बढ़े हैं।
जीएसटी संग्रहण में हरियाणा देश में पांचवें स्थान पर
ओवरऑल जीएसटी संग्रहण के मामले में हरियाणा देश में पांचवें स्थान पर है, जबकि बड़े राज्यों की श्रेणी में प्रति व्यक्ति जीएसटी संग्रहण के मामले में हरियाणा देश में मुख्य राज्यों में पहले स्थान पर है। बजट अनुमान 2024-25 में आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा 63 हजार करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व एकत्र होने का आकलन किया गया है।
कलेक्टर रेट बढ़ने से राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी होगी। हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल के अनुसार बढ़े हुए कलेक्टर रेट 31 मार्च 2025 तक लागू रहेंगे, लेकिन इसके बाद जब तक नये रेट तय नहीं होते, तब तक इन्हीं पुराने रेट पर राज्य में जमीन की रजिस्ट्रियां होती रहेंगी।
एरिया | सर्किल रेट (प्रति स्कवायर फिट) |
झज्जर | 8,000 से 20,000 रुपये |
सिरसा | 25,000 से 55,000 |
सोनीपत | 9,400 से 24,500 |
गुरुग्राम | 15,000 से 1,50,000 |
रेवाड़ी | 24,000 से 40,000 |
पंचकूला | 25,000 से 55,000 |
पानीपत | 7,000 से 25,000 |
फरीदाबाद | 12,000 से 90,000 |
पलवल | 2,200 से 5,600 |
फरीदाबाद का नया सर्किल रेट
फरीदाबाद में कई क्षेत्रों का कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी हुई है। नये सर्किल रेट के अनुसार कुछ क्षेत्रों के रेट ज्यादा बढ़ें हैं। इनमें बल्लभगढ़, गौछी, दयालपुर, मोहन, खेड़ी गुजरान, ग्रेटर फरीदाबाद, अंखीर, अनंगपुर, अजरौदा, तिलपत और गाजीपुर शामिल है। साथ ही पल्ला, डबुआ, पाली, नहर पार की कालोनियां और सेक्टर 14, 19, 18, 17, 58 और 91 में भी जमीन के सर्किल रेट ज्यादा बढ़े हैं। इन इलाकों में 10 से 20 प्रतिशत तक रेट बढ़े हैं।
गुरुग्राम में 30 प्रतिशत तक बढ़ा रेट
गुरुग्राम के अधिकतर क्षेत्रों के कलेक्टर रेट में 10 से 20 प्रतिशत तक की सामान्य वृद्धि हुई है, लेकिन पाश इलाकों में 30 फीसद तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इनमें शहर के प्रमुख और महंगे क्षेत्र जैसे गोल्फ कोर्स रोड, सन सिटी, सेक्टर 56-57, वजीराबाद तहसील, साउथर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे और द्वारका एक्सप्रेस वे के आसपास की प्रापर्टी शामिल है।
इन क्षेत्रों में बाजार मूल्य को देखते हुए यह वृद्धि की गई है। यहां जमीन का बाजार मूल्य बहुत ज्यादा है। सुशांत लोक में आवासीय संपत्ति का सर्किल रेट 15 फीसदी बढ़ाया गया है तो वाणिज्यिक संपत्ति के सर्किल रेट में 20 फीसदी का इजाफा किया गया है।
सोहना रोड पर विला एम्मार मारबेला में सर्किल रेट में 20 फीसदी तो विपुल वर्ल्ड में 15 फीसदी तक बढ़ा है। गोल्फ कोर्स रोड और सनसिटी में प्रापर्टी के सर्किल रेट में 30 की बढ़ोतरी की गई है।
गोल्फ रोड के अरेलियाज, मंगोलियाज, कैमेलियाज और ला लांज में स्थित प्रापर्टी का सर्किट रेट 30 फीसदी बढ गया है। सेक्टर 84 की ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के सर्किल रेट में 21 फीसदी की वृद्धि की गई है।