property rates : दिल्ली एनसीआर की प्रॉपर्टी बढ़ रही गोली से भी तेज, इस शहर में मिल रही सस्ती प्रॉपर्टी
Property prices in Delhi NCR :देश भर में संपत्ति की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली एनसीआर के कई क्षेत्रों में भी संपत्ति की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। हम आज की इस खबर में आपको बताने जा रहे हैं कि किस इलाके में संपत्ति का मूल्य है..

The Chopal, property rates : आज, बड़े शहरों में भीड़भाड़ और महंगाई ने जीवन को मुश्किल बना दिया है। दिल् ली-एनसीआर में संपत्ति की कीमतें सबसे अधिक हैं। यहां प्रॉपर्टी की कीमतें देश में सबसे अधिक बढ़ी हैं। रियल एस् टेट ब्रोकरेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में घरों की औसत कीमत 49 प्रतिशत बढ़कर 8,105 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई, जिसका कारण आलीशान (लग् जरी) घरों की बढ़ती मांग है। यह देश के हर शहर से अधिक है।
रेजिडेंशियल अनुअल राउंड-अप 2024 के अनुसार, आठ प्रमुख शहरों में दिल्ली-एनसीआर में घरों की कीमतें सबसे अधिक बढ़ी हैं। इन आठ शहरों में दिल्ली-एनसीआर के अलावा अहमदाबाद, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई महानगर क्षेत्र (मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे) और पुणे हैं। रिपोर्ट का कहना है कि घरों की बढ़ती मांग के साथ-साथ निर्माण सामग्री और कर्मचारियों की लागत में वृद्धि ने कीमतों में वृद्धि की है।
विभिन्न शहर में संपत्ति की कीमतों में बदलाव
हाउसिंग डॉट कॉम और प्रॉपटाइगर के समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने कहा कि इस तरह की मूल्यवृद्धि अंतर्निहित मांग और विकास का संकेत है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में हमदाबाद में औसत कीमतें 10 प्रतिशत बढ़कर 4,000 रुपये प्रति वर्गफुट से 4,402 रुपये हो गईं। ठीक वैसे ही, बैंगलोर की कीमतें अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 12 प्रतिशत बढ़कर 7,536 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,744 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं।
चेन्नई और हैदराबाद में संपत्ति की दरें
रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई में कीमतें 16 प्रतिशत बढ़कर 7,173 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में 6,200 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में हैदराबाद में औसत आवास कीमतें 3% बढ़कर 7,053 रुपये प्रति वर्गफुट हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 6,842 रुपये प्रति वर्गफुट थीं। कोलकाता में भी औसत दरें 10% बढ़कर 5,633 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पहले 5,100 रुपये थीं।
बिक्री 30% घटी
तीसरी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष 2024 में देश के नौ प्रमुख शहरों में किफायती और मध्यमवर्गीय मकानों की बिक्री में 30% की बड़ी गिरावट हुई है। इतना ही नहीं, घरों की बिक्री में 2022 से लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है। 2022 में 3.10 लाख से अधिक मकान बिके थे, लेकिन 2023 में 2.83 लाख ही बिके। 2024 में घरों की बिक्री भी 1.99 लाख रह गई।