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Railway: इन 7 राज्यों के 510 गांव रेल नेटवर्क से जुड़ जायेंगे, बिछाई जाएगी 8 नई रेल लाइनें

Indian Railways New Routes : केंद्र सरकार ने भारतीय रेलवे को बड़ी सौगात दी है। इसके अंतर्गत देश के 7 राज्यों के बीच आठ नई रेल लाइन बिछाने की योजना बनाई है। सरकार द्वारा इस परियोजना पर 24,657 करोड़ रूपए खर्च करने जा रही है। इसके साथ ही 64 नई रेलवे स्टेशन भी बनाए जाएंगे। इस परियोजना से रेल कनेक्टिविटी में काफी हद तक सुधार होने वाला है।

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Railway: इन 7 राज्यों के 510 गांव रेल नेटवर्क से जुड़ जायेंगे, बिछाई जाएगी 8 नई रेल लाइनें

Modi Government Rail Projects : भारतीय रेलवे दुनिया भर में अपना चौथा अहम स्थान रखता है। रेलवे देश के कोने-कोने में सवारी और माल को पहुंचा रहा है। लोग ट्रेन यातायात में काफी रुचि रखते हैं। इसलिए देश का कोना-कोना रेल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ है। हालांकि देश में कुछ ऐसे स्थान है जहां अभी तक कोई रेल सेवा नहीं मिल पा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत सरकार द्वारा देश के 7 राज्यों में आठ नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। सरकार की है परियोजना जल्द ही मूर्त रूप लेने वाली है।

सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के धरातल पर उतरने के बाद 40 लाख आबादी को रेल यात्रा का आनंद मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इस परियोजना के पूरी हो जाने के बाद देश के 510 से अधिक गावों का जुड़ाव रेल कनेक्टिविटी के साथ हो जाएगा। सरकार द्वारा अपने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर 24,657 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। परियोजना के माध्यम से रेल लाइन बिछाने के साथ-साथ 64 नए स्टेशन भी बनाए जाएंगे।

केंद्र सरकार द्वारा इन आठ रेल प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दे दी गई है। यह रेल लाइन देश के 7 राज्यों को एक साथ सीधे रेल सेवा से जोड़ देगी। यह रेल लाइन इन राज्‍यों में ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल राज्यों के बीच बिछाई जाएगी। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर पूर्वी सिंहभूम, भद्रादी कोठागुडम, मल्कानगिरि, कालाहांडी, नवरंगपुर, रायगढ़ आदि जिलों के करीब 510 गांवों और 40 लाख लोगों तक रेल संपर्क बढेगा। इन प्रोजेक्ट को 2030-31तक पूरा कर लिया जाएगा।

24,657 करोड़ होंगे खर्च

देश के 7 राज्‍यों में रेलवे नेटवर्क के विस्‍तार पर केंद्र सरकार 24,657 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि खर्च करेगी। सरकार का कहना है कि इन सभी 8 परियोजनाओं के पूरा हो जाने पर भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क में 900 किलोमीटर का इजाफा हो जाएगा। 510 गांवों के रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाने से न केवल लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्‍यवस्‍था को भी गति मिलेगी। इससे लॉजिस्टिक, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को भी विस्‍तार करने में मदद मिलेगी।

यहां बिछेंगी नई रेलवे लाइनें

मोदी सरकार ने जिन 8 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है, उनमें से 4 ओडिशा के लिए, एक ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए, एक झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए, एक महाराष्ट्र के लिए और एक बिहार के लिए है। ओडिशा के रायगड़ा जिले गुनुपुर-थेरुबली के बीच 73।62 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इसी तरह राज्‍य के कालाहांडी और नबरांगपुर जिलों में जुनागढ-नाबरांगपुर के बीच 116 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।

ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 173 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। यह मल्कंगिरि-पांडुरंगापुरम वाया भाद्राचलम होगी और इसका फायदा मल्कंगिरि, पूर्वी गोदावरी और भद्राद्री कोठागुडम जिलों को होगा। इसी तरह झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के पूर्वी सिंहभूम, झारग्राम और मयूरभंज जिलों में से होकर बिछाई जाने वाली बुरामारा-चकुली रेलवे लाइन की लंबाई 59।96 किलोमीटर होगी। महाराष्‍ट्र के औरंगाबाद जिले में जालना से जलगांव तक 174 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने को भी हरी झंडी दिखाई गई है। बिहार के भागलपुर में विक्रमशिला-कतरेह के बीच 26।23 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछेगी।