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Rajasthan News: सीकर में बनेगी जयपुर की तर्ज पर रिंग रोड, यह बाइपास होगा फोरलेन

Jaipur-bikaner bypass : एक्सपर्ट का कहना है कि रिंग रोड भविष्य में बनाया जाएगा, लेकिन फिलहाल चंदपुरा रोड पर यातायात का इतना प्रेशर भी नहीं है। इसलिए फिलहाल चंदपुरा रोड पर ओवरब्रिज नहीं बनाना चाहिए।

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Rajasthan News: सीकर में बनेगी जयपुर की तर्ज पर रिंग रोड, यह बाइपास होगा फोरलेन

The Chopal : सीकर, जो एक शिक्षण नगर है, में बढ़ती जाम की समस्या को देखते हुए सरकार ने जयपुर की तरह रिंग रोड बनाने का विचार व्यक्त किया है। जयपुर-बीकानेर बाइपास को भी फोरलेन करने की योजना भी सरकार ने बनाई है। पिछले एक साल में, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से लेकर राज्य सरकार के कई मंत्री दो बार इस योजना की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। साथ ही, इस मार्ग पर पांच स्थानों पर पुलिया बनाने की योजना है।

इसमें सांवली चौराहा, नानी बाइपास, पालवास रोड, धोद रोड और चंदपुरा चौराहा शामिल हैं। चंदपुरा रोड पर बनने वाले ओवरब्रिज को लेकर सड़क इंजीनियरिंग के एक्सपर्ट ने प्रश्न उठाए हैं। शहरवासियों का कहना है कि चंदपुरा रोड पर फिलहाल यातायात का इतना प्रेशर भी नहीं है, और रिंग रोड भी भविष्य में बननी है। इसलिए फिलहाल चंदपुरा रोड पर ओवरब्रिज नहीं बनाना चाहिए। यहां पुलिया बनाने से स्थानीय लोगों के सामने और अधिक चुनौती हो सकती है।

जलभराव की समस्या कब खत्म होती है?

रोड रामू का बास तिराहे से भढाडर तक फोरलेन होना चाहिए। नानी से भढाडर तक बिना बारिश के भी काफी जलभराव होता है। पानी निकासी के प्रोजेक्ट को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है, हालांकि प्रशासन ने लगभग 350 करोड़ रुपये का डीपीआर भी बनाया है।

चंदपुरा क्षेत्र में पुलिया बनने पर शहर में बसों का प्रवेश कैसे होगा?

चंदपुरा में भी बाइपास फोरलेन के लिए प्रस्तावित डीपीआर में पुलिया का निर्माण तय माना जा रहा है। फिलहाल, शहर में निजी बसों और रोडवेज का प्रवेश भी यही है। एक्सपर्ट का कहना है कि यदि चंदपुरा चौराहे पर भी पुलिया बनाया जाता है तो बसों को जयपुर रोड से शहर में आना होगा।
इससे शहर में जाम की समस्या और भी गंभीर होगी। चंदपुरा रोड पर अभी केवल कुछ गांवों की यातायात है। यहां पुलिया नहीं बनाने से सरकार को सीधे तौर पर राजस्व मिल सकेगा। Expert कहते हैं कि सरकार को रिंग रोड डीपीआर के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए, जिससे लोगों को नुकसान नहीं हो।

चौधरी चरण सिंह सांवली सर्किल: पूरे दिन जाम लगता

सांवली सर्किल पर यातायात का लगातार दवाब है क्योंकि मेडिकल कॉलेज के साथ बाइपास क्षेत्र में लगातार नई बसावट हो रही है। यह भी सीकर शहर को अजमेर रोड से जोड़ता है। सांवली चौराहे के पूरी तरह से आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र में आने की वजह से यहां दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में पुलिया निर्माण की सबसे अधिक जरूरत है।

माँ चौराहा: Salasar भक्तों को राहत मिलेगी

सालासर जाने वाले श्रद्धालुओं की वजह से इस मार्ग पर लगातार वाहनों की आवाजाही होती रहती है। हाइवे होने के कारण यहां दिनभर जाम रहता है। सड़क पर कई बड़े हादसे हुए हैं। यहां वर्षों से पुलिया की कमी महसूस की जा रही है। लोगों को राहत मिलेगी जब पुलिया का निर्माण शुरू होगा।

धोद मार्ग और पालवास मार्ग: सड़क दुर्घटनाएं कम होंगी

सीकर शहर में कई गांव-ढाणी के लोग धोद रोड और पालवास रोड से आते हैं। इसके अलावा नागौर और जोधपुर से आने वाले वाहनों पर भी दबाव है। यहां पुलिया नहीं होने से हर दिन दुर्घटना होती रहती है। यहां पुलिया बनने से बाइपास क्षेत्र में दुर्घटना दर कम हो सकेगी।

फोरलेन रामू के बास से भढ़ाडर तक काफी पहले होना चाहिए था। क्योंकि इसे शिक्षा क्षेत्र के मास्टर प्लान में भी शामिल किया गया था। फोरलेन बनाने से बाइपास क्षेत्र में जाम से शहरवासियों को राहत मिल सकेगी। पुल को फोरलेन करने से पहले सरकार को पानी निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए। चंदपुरा चौराहे पर भी पुलिया बनाने की फिलहाल कोई आवश्यकता नहीं लगती। रिंग रोड को डिजायन करने वाली संस्था से भी बातचीत करनी चाहिए, ताकि लोगों को भविष्य में परेशानी नहीं होगी।
 

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