The Chopal

Rajasthan News : राजस्थान में अब रोडवेज बसों में नही सुन सकेंगे संगीत, मोबाइल समेत इन चीजों पर सरकार हुई सख्त

Rajasthan Roadways :रोडवेज के अधिकांश चालक वाहन संचालन के दौरान सीट बेल्ट नहीं लगाते है। ऐसे में प्रत्येक चालक के लिए सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया गया है। उडऩदस्ते की जांच के दौरान सीट बेल्ट नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी

   Follow Us On   follow Us on
Rajasthan News : राजस्थान में अब रोडवेज बसों में नही सुन सकेंगे संगीत, मोबाइल समेत इन चीजों पर सरकार हुई सख्त

The Chopal, Rajasthan Roadways : रोडवेज विभाग ने पिछले दिनों हुई गंभीर व जनहानि दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा मानकों को लेकर सख्त निर्देश जारी किए है। जिसके तहत अब रोडवेज चालक-परिचालकों की नियमित रूप से बस चलने से पहले नशे की जांच होगी। यदि नशे में पाए गए तो उनको वाहन के साथ ड्यूटी पर नहीं भेजा जाएगा। साथ ही सीट बेल्ट लगाना भी अनिवार्य किया गया है। रोडवेज विभाग के कार्यकारी निदेशक यांत्रिक ने सुरक्षा मानकों को लेकर यह आदेश जारी किए हैं। ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।

दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर निगम गंभीर

ड्यूटी के दौरान नशे में मिला कार्मिक तो होगी कार्रवाई
रोडवेज ने हाल ही में हुई गंभीर व जनहानि दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा मानकों को लेकर सख्त निर्देश जारी किए है। मानकों को अक्षरश: लागू करने के कार्यकारी निदेशक यांत्रिक ने आदेश दिए है। जिससे हादसों की पुनरावृत्ति नहीं हो और प्रभावी नियंत्रण किया सके। मुख्यालय ने चिंता जताई है कि दुर्घटनाएं होने से निगम की प्रतिष्ठा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

रोडवेज से होने वाले हादसों को रोकने को लेकर चालकों व परिचालकों को बस रवानगी से पहले ब्रेथ ऐनेलाइजर टेस्ट से गुजरना होगा। जांच में कार्मिक के नशे में मिलने पर उसे वाहन के साथ नहीं भेजा जाएगा और ड्यूटी पर इस तरह के कृत्य करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। वहीं 50 साल से अधिक चालकों के लिए साल में दो बार नेत्र व शारीरिक जांच अनिवार्य होगी।

रोडवेज के अधिकांश चालक वाहन संचालन के दौरान सीट बेल्ट नहीं लगाते है। ऐसे में प्रत्येक चालक के लिए सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया गया है। उडऩदस्ते की जांच के दौरान सीट बेल्ट नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं बिना फिटनेस के किसी भी बस का संचालन नहीं करने के भी निर्देश दिए गए है।

चालक को मिले विश्राम, ताकि ऊर्जा के साथ कर सके काम

रोडवेज मुख्यालय ने चालकों को तनाव मुक्त रखने के लिए समय-समय पर उचित विश्राम दिया जाना भी जरूरी माना है। जिससे चालक रेस्ट के बाद पूरी ऊर्जा के साथ काम कर सके। साथ ही मुख्य प्रबंधक व प्रबंधक संचालन स्वयं चालकों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। यातायात नियमों की जानकारी भी चालकों को दी जाएगी।
फैक्ट फाइल
46 कुल बसें हैं सिरोही रोडवेज डिपो में
31 बसें निगम की
15 बसें अनुबंधित
18 हजार किलोमीटर प्रतिदिन सफर तय करती हैं रोडवेज बसें
47 रूट संचालित है सिरोही रोडवेज डिपो में

वाहन में मोबाइल, टेप-रेडियो भी नहीं चलेगा

राजस्थान में बस संचालन के दौरान किसी भी वाहन के केबिन में चालक -परिचालक मोबाइल पर बात नहीं करेंगे और टेप रिकॉर्डर व रेडियो पर गाने नहीं चलाएंगे। अक्सर देखने में आता है कि कई बसों में चालक तेज आवाज में टेप रिकॉर्डर आदि पर गाने व गीत बजाते है। विशेष रूप से रात्रि में चलने वाली बसों में टेप रेकॉर्डर पर तेज आवाज में गाने बजना आम है। इससे हादसों का खतरा रहता है, साथ ही यात्रियों को भारी परेशानी होती है। अब मुख्यालय ने बसों में चालक पर किसी तरह से टेप रिकॉर्डर पर गाने बजाने पर रोक लगाई है।

ये पढ़ें - दिल्ली-NCR की तस्वीर बदल देगा दिल्ली जयपुर हाईवे पर बनने वाला यह फ्लाईओवर, फॉर्मेट हुआ तैयार 

News Hub