MP में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर होगा और ज्यादा मजबूत, इन जिलों में बनेगे राष्ट्रीय राजमार्ग व बाइपास, 4302 करोड़ रुपये मंजूर
MP road infrastructure: मध्य प्रदेश में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने 4302 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तार और बाइपास बनाना चार महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं में से एक है। इससे व्यापार और उद्योग बढ़ेंगे।

MP News: मध्य प्रदेश की सड़क व्यवस्था को आधुनिक और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल है। केंद्र सरकार द्वारा दी गई ₹4302 करोड़ की मंजूरी से जिन चार प्रमुख सड़क परियोजनाओं को गति मिलेगी, उनसे राज्य में यातायात सुगम और तेज़ होगा। मध्य प्रदेश के विकास के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। केंद्र सरकार द्वारा 4302 करोड़ रुपये की स्वीकृति से राज्य के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को जबरदस्त मजबूती मिलेगी।
मध्य प्रदेश में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने बहुत कुछ किया है। चार महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं के लिए 4302 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। इनमें भोपाल, ग्वालियर और सागर जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों को बढ़ाना और बाइपास बनाना शामिल है। यह जानकारी बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियां बढ़ जाएंगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में सड़क नेटवर्क के अभूतपूर्व विकास की उन्होंने प्रशंसा की। रोड़ कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए विदिशा, सागर, ग्वालियर और भोपाल को ₹4302.93 करोड़ की राशि स्वीकृत करने के लिए धन्यवाद दिया हैं।
भोपाल से नसरुल्लागंज की यात्रा
राष्ट्रीय राजमार्ग-146बी का 43.20 किलोमीटर (संदलपुर से नसरुल्लागंज बाइपास) हिस्सा चार लेन बनाने के लिए भोपाल जिले में 1535.66 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। इस प्रोजेक्ट से एनएच-47, एनएच-46 और एनएच-45 के साथ संपर्क बढ़ेगा। पेव्ड शोल्डर सहित चार लेन में चौड़ा करने से लंबी दूरी के यातायात और माल ढुलाई की क्षमता में सुधार होगा।
पश्चिमी ग्वालियर बाइपास
1347.6 करोड़ रुपये की लागत से ग्वालियर शहर के पश्चिमी भाग में 28.516 किलोमीटर लंबा 4-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड बाइपास बनाया जाएगा। मुरैना और ग्वालियर जिलों के साथ-साथ रास्ते में स्थित ब्लॉक और तहसील मुख्यालयों को यह बाइपास जोड़ेगा। यह पुल एनएच-46, एनएच-44 और आगामी आगरा-ग्वालियर एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे से जुड़ेगा, जिससे क्षेत्रीय संपर्क बढ़ेगा।
पश्चिमी सागर बाइपास
688 करोड़ रुपये की लागत से सागर जिले में सागर पश्चिमी बाइपास बनाया जाएगा, जो एनएच-146 पर लहदरा गांव जंक्शन से एनएच-44 पर बेरखेड़ी गुरु गांव तक 20.19 किलोमीटर लंबा होगा। वर्तमान मार्ग शहरी क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजरता है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है। इस बाइपास ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म होने वाली हैं।
खंड राहतगढ़-बरखेड़ी
सागर जिले में एनएच-146 के 10.079 किलोमीटर (राहतगढ़ से बेरखेड़ी) भाग को चार लेन में बदलकर 731.3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह परियोजना घनी आबादी वाले राहतगढ़ क्षेत्र को बाइपास करेगी और भोपाल-कानपुर इकोनामिक कॉरिडोर का हिस्सा है। इससे एनएच-44 और एनएच-346 के बीच संपर्क बढ़ा जाएगा।